
ऋषिकेश। स्वतंत्रता दिवस के दिन बरसाती नदी चंद्रभागा की चपेट में आकर पति-पत्नी बहते हुए गंगा नदी में समा गए। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीमों ने दंपत्ति की तलाश की। शनिवार शाम तक भी कोई सुराग नहीं लगा है।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार की शाम करीब सवा छह बजे पिंटू (26) और उसकी पत्नी लक्ष्मी (25) काम से लौट कर त्रिवेणीघाट नावघाट होते हुए चंद्रेश्वरनगर स्थित अपने जा रहे थे। उन्होंने बरसाती नदी चंद्रभागा का जलस्तर कम जानकर उसे पार कर रहे थे, तभी लक्ष्मी का पैर फिसला और वह तेज बहाव की चपेट में आकर गंगा में बहने लगी। पत्नी को बहता देख पिंटू उसे बचाने के लिए गंगा में कूदा, लेकिन तेज उफान की चपेट में आकर दोनों बहने लगे।
इस दौरान नावघाट पर दंपत्ति को बहता देखकर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस और एसडीआरएफ जवानों ने दंपत्ति की तलाश शुरू की। अंधेरा होने के कारण सर्च ऑपरेशन शनिवार सुबह से शाम तक भी चलाया गया। टीम ने घटनास्थल से बैराज तक दंपत्ति की तलाश की, लेकिन कोई पता नहीं चला।
कोतवाल प्रदीप राणा ने बताया कि गंगा में बहे दंपत्ति मजदूरी का काम करते थे। वह हाथरस यूपी के निवासी थे। चंद्रेश्वरनगर में वह किराये के मकान में रहते थे। बताया कि दंपत्ति के परिजनों से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है।