Rishikesh: ब्राह्मण महासभा ने विधिविधान से मनाई ऋषि पंचमी

ऋषिकेश। वैदिक ब्राह्मण महासभा की ओर से धार्मिक विधि विधान से ऋषि पंचमी पर्व मनाया गया। इस अवसर पर विष्णु सहस्रनाम पाठ कर प्राकृतिक आपदाओं में मृत लोगों की आत्मशांति की कामना की गई।
पर्व का शुभारंभ सप्त ऋषियों के पूजन के साथ हुआ। आचार्य मायाराम रतूड़ी ने ऋषि पंचमी का महत्व पर प्रकाश डाला। कहा कि यह सनातन धर्म का मूल पर्व है। गृहस्थ जीवन के ज्ञात-अज्ञात पापों के प्रायश्चित के लिए इस दिन व्रत भी रखा जाता है।
स्वामी केशव स्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि ऋषि पंचमी पर्व महत्च सनातन धर्म कीं गोत्र परंपरा में भी दिखती है। महासभा अध्यक्ष जगमोहन मिश्रा ने कहा कि संस्था द्वारा सनातन परंपराओं को जन-जन पहुंचने के लिए ऐसे सामूहिक आयोजन किए जाते हैं।
इस अवसर पर डॉ. जनार्दन प्रसाद कैरवान, गंगाराम व्यास, मनीराम पैन्यूली, सूर्यप्रकाश रतूड़ी, नवीन भट्ट, मनोहर पांडे, दिनेश तिवारी, देवेंद्र बहुखंडी, ललित त्रिपाठी, हर्षमणी पैन्यूली, शिवस्वरूप नौटियाल, जितेंद्र भट्ट, श्याम भट्ट, विजय जुगलान, मोहित भट्ट, प्रकाश नौटियाल, सुबोध बमौला, संदीप भार्गव, शिवानंद लसियाल, भवानी कॉलोनी, नीलकंठ भट्ट, मुकेश थपलियाल, भानु बंगवाल, विकी बंगवाल, पारस, ज्योति भट्ट, शंकर भट्ट, शिवम् सिल्सवाल, गोविंद शर्मा, दुर्गा लेखक, सुनीता पैन्यूली, जगदीश जोशी, शिव प्रसाद सेमवाल आदि मौजूद थे।