Rishikesh Aiims: दुनिया में मोटापा बना एक गंभीर समस्या
विश्व मोटापा दिवस पर यूथ-20 कंसल्टेंसी के तहत कार्यक्रम आयोजित

Aiims News : ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में यूथ 20 कंसल्टेंसी के तहत विश्व मोटापा दिवस का आयोजन किया गया। विशेषज्ञ चिकित्सकों ने बताया कि मोटापा भारत और दुनियाभर में एक गंभीर समस्या बन गया है। यह बीमारी मधुमेह मेलेटस, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, फैटी लिवर और कुछ कैंसर जैसे बढ़ते मामलों के कारण बढ़ रही है। उन्होंने जोर दिया कि मोटापे पर काबू पाना समय की मांग है। इसके लिए जन जागरूकता पर जोर दिया गया।
संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह के मार्गदर्शन में एंडोक्रिनोलॉजी विभाग द्वारा शनिवार को आयोजित विश्व मोटापा दिवस कार्यक्रम का उद्घाटन डीन एकेडमिक्स प्रोफेसर (डॉ.) जया चतुर्वेदी ने किया। उन्होंने मोटापा कम करने के उपायों को अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया। आगाह किया कि जीवनशैली संबंधी विकार वर्तमान और भावी पीढ़ियों के लिए एक गंभीर खतरा होगा।
वहीं, रामकृष्ण सेवाश्रम हरिद्वार के चिकित्सा अधीक्षक डॉ.स्वामी दयाधिपानंद ने मोटापे को रोकने और इलाज में योग और समग्र चिकित्सा की भूमिका पर जोर दिया। जबकि सुश्री साक्षी और डॉ.कविता जैसे पोषण विशेषज्ञों ने भी आहार और स्वस्थ भोजन की सलाह दी।
कार्यक्रम का संचालन एंडोक्रिनोलॉजी की सहायक प्रोफेसर डॉ. कल्याणी श्रीधरन व डॉ. विष्णु ने किया। कार्यक्रम में एंडोक्रिनोलॉजी, जीवनशैली चिकित्सा और समग्र चिकित्सा के क्षेत्र में विशेषज्ञों के साथ पैनल चर्चा महत्वपूर्ण रही। चर्चा में एम्स में जराचिकित्सा की अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. मोनिका पठानिया, डॉ. नवदीप आहूजा और डॉ.किरणदीप कौर आदि शामिल हुए।