देहरादून में भी लगेगी भगवान बुद्ध के अवशेषों की प्रदर्शनी

देहरादून। उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने राजस्थान के उदयपुर में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से आयोजित ‘राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के पर्यटन मंत्रियों के सम्मेलन’ के दौरान केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड की समृद्ध आध्यात्मिक और प्राकृतिक धरोहरों पर चर्चा की।
केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने जानकारी दी कि भारत के पवित्र बौद्ध पिपरहवा अवशेषों को 127 वर्षों बाद स्वदेश लाया गया है, जिनकी शीघ्र ही नई दिल्ली में प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने उनसे इन अवशेषों की प्रदर्शनी देहरादून में भी आयोजित करने का अनुरोध किया। जिसे केंद्रीय मंत्री ने स्वीकार किया।
महाराज ने बताया कि 30 जुलाई को हांगकांग में आयोजित नीलामी से पहले भारत सरकार ने हस्तक्षेप कर भगवान बुद्ध के पवित्र पिपरहवा अवशेषों को वापस लाने में सफलता प्राप्त की। ये अवशेष भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और सॉफ्ट पावर डिप्लोमेसी का प्रतीक हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने इन अमूल्य धरोहरों की नीलामी रोककर न केवल इतिहास को सुरक्षित किया है, बल्कि देश की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहचान को भी और सशक्त किया है। शीघ्र ही प्रधानमंत्री मोदी नई दिल्ली में इस प्रदर्शनी का शुभारंभ करेंगे।