लोकसभा चुनाव में हैट्रिक लगाने के लिए भारतीय जनता पार्टी अपनी राजनीतिक जमीन और मजबूत करने में कहीं कोर कसर बाकी नहीं रखना चाहती है। 2024 के लिए गढ़े 400 पार के नारे को हकीकत में बदलने के लिए विपक्षी नेताओं को भी अपने पाले में लाने के लिए भी उसमें कहीं हिचक नहीं। हाल ही में बीजेपी में शामिल महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के बाद अब मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ के भाजपा ज्वाइन करने की अटकलें तेज हो गई हैं। तमाम मीडिया रिपोर्ट्स में उनके इस संभावित कदम को लेकर हर तरह के संकेतों को खंगाला जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मध्यप्रदेश चुनाव में हार के बाद कांग्रेस पार्टी द्वारा कमलनाथ की जगह जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी गई, वहीं राज्यसभा के लिए उनकी बजाए अशोक सिंह का नामांकन कराया गया। बताया जा रहा है कि इस उपेक्षा से खफा कमलनाथ कांग्रेस के कार्यक्रमों से भी दूरी बनाकर चलने लगे हैं।
यह भी खबर है कि आज वह अपना छिंदवाड़ा का दौरा निरस्त कर अपने सांसद बेटे नकुलनाथ के साथ दिल्ली रवाना हो गए हैं। मीडिया के सवालों पर भी उन्होंने भी इतना भर कहा कि ‘जब कोई बात होगी, तब बताऊगा’। यह भी कि दिल्ली दौरे से कुछ दिन पहले उन्होंने अपने समर्थकों के साथ बंद कमरे में चर्चा की है। यह भी बताया जा रहा है कि कमलनाथ के बेटे समेत कई समर्थकों के सोशल मीडिया पर बायो से कांग्रेस को हटा दिया गया है।
वहीं, बीजेपी के दिग्गज नेताओं ने भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म और बयानो ंमें अटकलों को हवा देते हुए कमलनाथ का बीजेपी में स्वागत करने की बातें जग जाहिर की हैं। यह भी कि आज से दिल्ली में शुरू भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान कमलनाथ बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं। वह कल 19 फरवरी को बेटे के साथ रामलला के दर्शनों को अयोध्या भी जा रहे हैं। सूत्रों के हवाले से मीडिया में यह भी खबर है कि रामलला के दर्शन के बाद कमलनाथ कभी भी बड़ा ऐलान कर सकते हैं।