West Bengal Politics: महाराष्ट्र में नेतृत्व परिवर्तन के बाद अब पश्चिम बंगाल की राजनीति में भी तूफान के संकेत हैं। आज BJP नेता और फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) ने ममता सरकार के 38 विधायकों के बीजेपी के संपर्क में होने का दावा किया है। ताजा बयान में मिथनु ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) के 21 विधायक सीधे उनके संपर्क में हैं।
भाजपा विधायकों की बैठक के बाद कोतकाता में दिए अपने एक बयान में मिथुन चक्रवर्ती ने यह दावा किया। कहा कि राज्य में अगर बिना किसी डर के और निष्पक्ष चुनाव कराए जाएं तो ममता दीदी की सरकार चली जाएगी। इसके बाद बीजेपी ही सत्ता में आएगी, आपको भी पता है। मिथुन बोले अभी तो यह म्यूजिक लॉन्च है, फिल्म की धमाकेदार रिलीज तो अभी बाकी है।
मिथुन ने आरोप लगाया कि टीएमसी ने 2021 का चुनाव धांधली और गुंडागर्दी के बल पर जीता है। वह हर बार इसी तरह से चुनाव जीतती आई है। सवाल किया कि अगर जनता ममता दीदी को इतना पसंद करती है तो वोटर को डराया धमकाया क्यों जाता है?
बता दें कि पश्चिम बंगाल की 294 सीटों वाली विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस के 215 विधायक हैं। जबकि दूसरे नंबर पर बीजेपी के पास 77 विधायक हैं। 2021 के आमचुनाव में वामपंथी दलों और कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था। मिथुन चक्रवर्ती के आज दावे के अनुसार यदि टीएमसी के 38 विधायक भाजपा ज्वाइन कर लेते हैं, तब भी ममता सरकार को कोई खतरा नहीं होगा, क्योंकि बहुमत का आंकड़ा 148 है।
लेकिन टीएमसी के विधायकों के टूटने से बंगाल की भविष्य की राजनीति पर इसका असर जरूर पड़ सकता है। खासकर 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा अपनी बढ़त को और बढ़ा सकती है। फिलहाल सियासी गलियारों में मिथुन चक्रवर्ती के दावे को इसी नजरिए से देखा जा रहा है।