पौड़ीः गुलदार प्रभावित गजल्ड गांव पहुंचे आला अधिकारी
गुलदार के हमले में मृत राजेंद्र नौटियाल के परिजनों से मिले

पौड़ी। मानव-वन्यजीव संघर्ष को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उच्चाधिकारियों के दल ने सोमवार को गजल्ड गांव का दौरा किया। अधिकारियों ने हाल ही में गुलदार के हमले में मृत राजेंद्र नौटियाल के परिजनों से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की और उन्हें मुआवजे की अग्रिम राशि का चेक सौंपा।
प्रमुख वन सचिव आर.के. सुधांशु ने कहा कि हर चुनौती का प्रभावी समाधान सरकारी तंत्र और जनसहभागिता के मजबूत सहयोग से ही संभव है। इसके बाद उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण कर आदमखोर गुलदार से निपटने से जुड़ी तैयारियों का जायज़ा लिया। सत्यखाल में स्थानीय निवासियों से उनकी वन्यजीव संबंधी समस्याएं सुनीं।
दोपहर में विकास भवन में प्रभावित क्षेत्र के प्रतिनिधिमंडल ने मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने पर सुझाव दिए। इनमें स्थानीय अनुभवी लोगों को निस्तारण दल में शामिल करने, दो निजी शूटरों की अनुमति देने और प्री-रिकॉर्डेड ऑडियो संदेशों से जनजागरूकता बढ़ाने के प्रस्ताव शामिल थे। प्रमुख वन सचिव ने संबंधित अधिकारियों को मौके पर ही आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
बैठक में उन्होंने निर्देश दिया कि प्रत्येक रेंज स्तर पर नियमित रूप से प्रभागीय दिवस आयोजित किया जाए। ‘क्या करें-क्या न करें’ आधारित जनजागरूकता सामग्री शीघ्र वितरित की जाए। व्हाट्सऐप समूहों और सोशल मीडिया प्लेटफार्म से वन्यजीव गतिविधियों की जानकारी तत्काल साझा करने पर जोर दिया। उन्होंने झाड़ी कटान अभियान को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए लोक निर्माण विभाग, जिला पंचायत और नगर पालिका को संयुक्त कार्रवाई के निर्देश भी दिए।
आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पांडेय और जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने भी समुदाय के सहयोग, सुरक्षा प्रबंधों, विद्यालय समय परिवर्तन और चारा व्यवस्था सहित अन्य न्यूनीकरण उपायों की जानकारी दी, कहा कि जनजीवन की सुरक्षा प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
मौके पर प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) रंजन कुमार मिश्र, एसएसपी सर्वेश पंवार, मुख्य वन संरक्षक धीरज पांडे, वन संरक्षक आकाश वर्मा, डीएफओ गढ़वाल अभिमन्यु सिंह, डीएफओ लैंसडौन जीवन मोहन दगाड़े, डीएफओ कालागढ़ तरुण एस, अपर जिलाधिकारी अनिल गर्ब्याल, संयुक्त मजिस्ट्रेट दीक्षिता जोशी आदि भी मौजूद रहे।



