बरसात में आपदा को लेकर 04 जगह मॉक ड्रिल

देहरादून। बरसात के सीजन में बाढ़, जलभराव, भूस्खलन और संभावित आपदाओं से निपटने के लिए सोमवार को जनपद देहरादून के 04 स्थानों पर एक साथ मॉक ड्रिल कर तैयारियों को परखा गया। यह अभ्यास त्रिवेणीघाट ऋषिकेश, केशवपुर बस्ती डोईवाला, शक्ति नहर विकासनगर और सपेरा बस्ती अधोईवाला देहरादून में किया गया।
जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र में सुबह 9ः00 बजे ऋषिकेश, डोईवाला, विकासनगर और अधोईवाल में भारी बारिश के चलते बाढ़, जलभराव और कुछ लोगों के डूबने की सूचना मिली। जिलाधिकारी सविन बंसल ने तत्काल जिला व तहसील स्तर पर इंसीडेंट रिस्पोंस सिस्टम को सक्रिय करते हुए नोडल अधिकारियों को रेस्क्यू ऑपरेशन के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी के निर्देश पर एडीएम केके मिश्रा ने एनआईसी में स्थापित कंट्रोल रूम में आईआरएस की कमान सभाली। एडीएम कंट्रोल रूम से चारों घटना स्थलों पर रेस्क्यू कार्यो का पल-पल अपडेट लेते रहे। उत्तराखंड राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विनय रूहेला, आपदा सचिव विनोद कुमार सुमन व अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी रेस्क्यू ऑपरेशन को लाइव ऑब्जर्व कर रहे।
ऋषिकेश स्थित त्रिवेणी घाट में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से एक व्यक्ति के बहने की सूचना प्रसारित की गई। ऋषिकेश तहसील प्रशासन की आईआरएस टीम के रेस्क्यू दल ने तत्काल मौके पर पहुंच कर बचाव कार्य शुरू किया। नदी में डूबते व्यक्ति को एनडीआरएफ व जल पुलिस द्वारा रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया गया। टीम ने नदी किनारे से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाते हुए नदी के बहाव से दूर रहने की सूचना भी प्रसारित की।
दूसरी घटना में सौंग नदी का जलस्तर बढ़ने से डोईवाला केशवरपुर बस्ती के 03 घरों में पानी भरने और क्षेत्र में जनजीवन प्रभावित होने की सूचना पर डोईवाला तहसील प्रशासन की टीम ने राहत व बचाव कार्य शुरू किए। बचाव दलों ने घटनास्थल से प्रभावित लोगों को रेस्क्यू कर राहत केंद्र पहुंचा। राहत शिविर में प्रभावित लोगों की प्राथमिक उपचार के साथ भोजन, पानी एवं आवश्यक सामग्री का वितरण किया गया।
तीसरी घटना में विकासनगर के शक्ति नहर में 03 लोगों के बहने की सूचना पर तहसील प्रशासन की आईआरएस टीम ने सक्रियता से रेस्क्यू टीमें मौके के लिए रवाना किया। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और जल पुलिस की मदद से 03 घायलों को नहर से रेस्क्यू कर 108 से अस्पताल पहुंचाया गया।
चौथी घटना अधोईवाला स्थित सपेरा बस्ती में लोगों के घरों में बरसात का पानी भरने, एक मकान क्षतिग्रस्त होने की सूचना पर तहसील स्तर पर आईआरएस ने रेस्क्यू टीमें घटनास्थल के लिए रवाना किया। प्रभावित लोगों को निकालकर राहत केंद्र में पहुंचाया गया।
अपर जिलाधिकारी ने चारों घटना स्थलों पर मॉक ड्रिल की निगरानी के बाद सभी घटनाओं की रिपोर्ट कंट्रोल रूम को दी। मॉक अभ्यास में शामिल रेस्क्यू टीमों को इंसीडेंट कमांडर द्वारा ब्रीफ किया गया और मॉक अभ्यास को समाप्त किया गया।
अपर जिलाधिकारी ने कहा कि मॉक अभ्यास सफल रहा। अभ्यास मनुष्य को परिपूर्ण बनाता है। आपदा के समय राहत एवं बचाव कार्यो का प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन के लिए पूर्वाभ्यास आवश्यक है। इससे आपसी समन्वय कायम होने के साथ आपदा बचाव कार्यो के उपलब्ध संसाधनों और उपकरणों का इस्तेमाल की जानकारी भी मिलती है।
उन्होंने नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए कि रेस्क्यू कार्यो के संचालन के दौरान जो भी खामियां सामने आई हैं या किसी राहत सामग्री की आवश्यकता महसूस हुई है, तो उसको जुटा लिया जाए। ताकि रियल आपदा के समय प्रभावी तरीके से रेस्क्यू कार्य को संचालित कर आमजन को राहत पहुंचाई जा सके।
मॉक अभ्यास के दौरान कंट्रोल रूम में पुलिस अधीक्षक जया बलूनी, एसडीएम अपूर्वा, सीएमओ डॉ एमके शर्मा समेत आईआरएस से जुड़े विभागों के नोडल अधिकारी मौजूद थे।