
कोटद्वार। उत्तराखंड में वन्यजीवों से मानव संघर्ष आम हो गया है। आए दिन आबादी क्षेत्र में या इसके समीप जंगली जानवरों के हमले से लोग अपनी जान खोने के साथ ही लहुलुहान हो रहे हैं। इसी के चलते कई बार मानवीय साहस जंगली जानवरों के हमलों पर भारी पड़ जाता है। ऐसे ही एक मामले में चारापत्ती लेने जंगल गई एक महिला ने हमलावर बाघ का न सिर्फ सामना कर अपनी जान बचाई, बल्कि भागने को भी मजबूर किया।
जानकारी के मुताबिक कालागढ़ टाइगर रिजर्व के वनक्षेत्र में ढौंटियाल कुगड्डा चौकी के पास सिमलसेरा निवासी महिला सावित्री देवी जब एक साथियों के घास काट रही थी, तो अचानक ही घात लगाए एक बाघ ने उसपर हमला बोल दिया। अचानक हमले का आभास होते ही महिला ने हाथ में मौजूद दरांती से ही बाघ पर ताबड़तोड़ प्रहार कर डाले, जिसके चलते बाघ को भागना पड़ा।
हालांकि इतनी देर में बाघ के हमले से महिला के पैरों पर जख्म बन चुके थे। साथी महिलाओं ने किसी तरह उसे कुगड्डा चौकी तक पहुंचाया। जिसके बाद महिला को अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। सूचना पर महिला को देखने चौकी पहुंचे प्लेन रेंज के रेंजर हरीश भट्ट के मुताबिक घटना ककड़बाड़ी बीट के बिजोरागाड ब्लाक के कंपार्टमेंट चार की है।