केदारघाटी: आपदा के सर्वे को ग्राउंड पर पहुंचे आला अधिकारी
रुद्रप्रयाग। केदारघाटी में सचिव लोक निर्माण पंकज पांडे, सचिव आपदा विनोद सुमन, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय और मुख्य अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग दयानंद ने प्रभावित क्षेत्रों का ग्राउंड व एरियल सर्वे किया।
इस दौरान सचिव लोनिवि ने संबंधित अधिकारियों को सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच वाशआउट सड़क को पुर्नस्थापित करने के लिए प्राथमिकता से प्लानिंग तैयार कर अविलंब कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने पैदल यात्रा मार्ग को 15 दिन में सुचारू करने के लिए सभी संबंधित विभागों को अनिवार्य पुनर्निमाण कार्यों का ऐस्टीमेट तैयार कर 2 से 3 दिनों के भीतर कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि गौरीकुंड के समीप मौजूद घोड़ा पड़ाव के पास करीब 15 मीटर हिस्सा वाशआउट हो गया है। इसके अलावा जंगलचट्टी में 60 मीटर हिस्सा वाशआउट है। दोनों साइट्स पर कार्य करना सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण रहेगा, इन्हें मिलाकर कुल 29 साइट्स पर कार्य किया जाना है।
सचिव लोक निर्माण विभाग ने निर्देश दिए कि हर साइट पर कम से कम 10 मजदूर और बड़ी साइट्स पर आवश्यकता के अनुसार मजदूरों को लगाया जाए। साथ ही पूरे मार्ग पर 500 मजदूर लगाने के भी निर्देश दिए। बताया कि विभिन्न स्थानों के लिए 10 फोल्डिंग ब्रिज को चिनूक या पैदल मार्ग से केदारनाथ पहुंचाए जाने की भी तैयारी है।
विनय शंकर पांडेय ने सभी पुनर्निर्माण कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर शासन को प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। बिजली, पानी, कनेक्टिविटी और खाद्य सामग्री की आपूर्ति के लिए संबंधित विभागों से उनके प्लान भी मांगे। उन्होंने सब स्टेशन के लिए नई भूमि चिन्हित कर भूमि की गुणवत्ता व अन्य मानकों की जांच कर नए सब स्टेशन का निर्माण का प्रस्ताव तैयार करने के भी निर्देश दिए।
इस दौरान जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, पुलिस अधीक्षक डॉ. विशाखा अशोक भदाणे, यूपीसीएल निदेशक एम.आर आर्य, एमडी पिटकुल पी.सी ध्यानी, निदेशक पिटकुल जी.एस बुदियाल, सुप्रीटेंडेंट इंजीनियर रघुराज सिंह आदि मौजूद रहे।