
AIIMS Health Bulletin : ऋषिकेश। उत्तरकाशी के गंगनानी बस हादसे 14 गंभीर घायलों को उपचार के लिए बीती मध्य रात्रि से एम्स लाया गया। जिनमें 4 महिलाएं और 10 पुरूष शामिल हैं। एम्स प्रशासन ने बताया कि 14 में से 5 यात्रियों की हालात बेहद नाजुक बनी हुई है। ट्रामा इमरजेंसी में घायलों का उपचार किया जा रहा है। इसबीच कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने भी घायल यात्रियों का हालचाल जाना।
बीते रविवार को गंगोत्री से लौटते समय गुजरात के तीर्थयात्रियों की एक बस गंगनानी में गहरी खाई में गिर गई थी। हादसे में 7 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। अन्य 28 घायलों में 14 को रविवार देर रात एम्स ऋषिकेश रेफर कर दिया गया। जिसकी सूचना पर एम्स प्रशासन अलर्ट हो गया था। ट्रॉमा विभाग के डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि 5 लोगों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। हालांकि सभी बिना किसी वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं।
मंत्री अग्रवाल ने जाना घायलों का हालचाल
सूबे के शहरी विकास एवं वित्त मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने एम्स पहुंचकर घायलों का हाल-चाल जाना। चिकित्सकों से उनकी स्थिति और उपचार की जानकारी प्राप्त की। वहीं, कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह और चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर संजीव कुमार मित्तल ने भी घायलों के समुचित इलाज के बारे में डॉक्टरों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मीनू सिंह ने कहा कि घायलों के इलाज में किसी प्रकार की कमी नहीं की जाए।
यह हैं गंभीर घायल
23 वर्षीय विवेक पुत्र मनीष पदारिया भावनगर,
27 वर्षीय मुकेश कुमार पुत्र फूलचन्द्र (बस ड्राइवर) निवासी देहरादून,
52 वर्षीय रेखा बेन पत्नी महेश भाई निवासी गुजरात,
40 वर्षीय ब्रिजराज पुत्र जीवीहा निवासी भावनगर गुजरात,
43 वर्षीय अशोक पुत्र बलवत सिंह निवासी सूरत गुजरात
एम्स में भर्ती अन्य घायल
59 वर्षीय नैना बेन पत्नी मनीष भाई निवासी सूरत,
51 वर्षीय मनीष भाई पुत्र रमणीक भाई निवासी सूरत,
38 वर्षीय गुरू भाई पुत्र अखूमा निवासी सूरत,
42 वर्षीय संजय पुत्र साहुजी भाई निवासी सूरत,
55 वर्षीय सुरेश पुत्र भवानी निवासी भावनगर,
39 वर्षीय हरेंद्र सिंह पुत्र महिपाल सिंह निवासी भावनगर,
52 वर्षीय देवकौर पत्नी सुरेश भाई निवासी सूरत,
29 वर्षीय संजू पुत्र रमेश चन्द्र (बस कंडक्टर) निवासी देहरादून
27 वर्षीय मीरा बेन पत्नी योगेश निवासी सूरत