आंचल ने इंटर में फर्स्ट आकर तोड़े पुराने रिकॉर्ड
राइंका खदरी की छात्रा सिविल सेवा में जाकर करना चाहती है देश की सेवा

श्यामपुर/ऋषिकेश। ‘मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है’ ये पंक्तियां राजकीय इंटर कॉलेज खदरी की छात्रा आंचल रावत पर सटीक बैठती है।
आंचल ने उत्तराखंड बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा (कला वर्ग) में 91.2% अंक प्राप्त कर विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया। सन् 1999 से विद्यालय के इतिहास में पहली बार किसी बेटी ने 91.2% अंक हासिल किए हैं। आंचल ने हाईस्कूल में भी 83% प्राप्त किए थे।
आंचल रावत मूलरूप से जनपद टिहरी में देवप्रयाग के धौलधार गांव की रहने वाली है। वर्तमान में उसका परिवार चोपड़ा फार्म खदरी खड़कमाफ में रहता है। आंचल के परिवार में 1 बडी बहन, 1 छोटा भाई है। पिता एक छोटी सी बेकरी की दुकान है और माता ग्रहणी है।
आंचल रावत ने बताया वह नियमित 5-6 घंटे पढ़ाई करती थी, हर विषय के लिए उन्होंने समय निर्धारित किया था व सेल्फ स्टडी बिना ट्यूशन के उन्होंने यह सफलता हासिल की। आंचल आगे सिविल सेवा की तैयारी कर देश की सेवा करना चाहती हैं। आंचल ने सफलता का श्रेय गुरुजनों व माता-पिता को दिया है।आंचल का कहना है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता, मेहनत और लगन से कामयाबी निश्चित मिलती है।
प्रधानाचार्य डीएस कंडारी ने कहा छात्रा के शानदार प्रदर्शन से विद्यालय परिवार गौरवान्वित है। इस अवसर पर शिक्षकों ने आंचल को सम्मानित किया। मौके पर डाॅ. ताजबर सिंह पडियार, कंचन पंत, एसएस श्रीवास्तव, एसके दुबे, समाजसेवी अनिल रावत, राकेश रतूड़ी, डीएस रावत,रणबीर सिह पुंडीर , मनोज राणा, नागेन्द्र नाध पांडेय, सुनील रावत आदि मौजूद थे।