Heavy Rain: गढ़वाल और कुमाऊं के जिलों में स्कूलों की छुट्टी घोषित
मौसम विभाग के भारी बारिश के अलर्ट के बाद जिलाधिकारियों ने जारी किए आदेश

Holiday declared in schools after heavy rain alert Uttarakhand : उत्तराखंड के अधिकांश जिलों में मूसलाधार बारिश के मौसम विभाग के अलर्ट के बाद गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों के कई जनपद प्रशासन ने अवकाश की घोषणा कर दी है। गढवाल के देहरादून और उत्तरकाशी जिला प्रशासन ने 10 जुलाई तो नैनीताल जिला प्रशासन ने 10 से 13 जुलाई तक कक्षा 1 से 12 तक का अवकाश घोषित किया है। इन दिनों में सरकारी व निजी स्कूलों के साथ आंगनबाड़ी केंद्र भी बंद रहेंगे।
देहरादून दून जिले में कल 10 जुलाई को सभी सरकारी गैर सरकारी स्कूल बंद रहेंगे। जिलाधिकारी सोनिका मीणा ने बारिश के अलर्ट के दृष्टिगत यह आदेश जारी किया है। विभागीय अधिकारियों को निर्देशों के अनुपालन को कहा गया है। निर्देशित किया कि स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों को समय से सूचना पहुंचाई जाए।
आदेश के मुताबिक भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून ने 09 से 10 जुलाई को जनपद देहरादून में कहीं-कहीं गर्जना के साथ आकाशीय बिजली चमकने व अति तीव्र से अत्यंत तीव्र वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। कहीं कोई अप्रिय घटना न हो, सुरक्षा दृष्टि से जनपद के कक्षा 01 से 12 तक सभी शैक्षणिक संस्थाओं और आंगनबाडी केन्द्रों में 10 जुलाई सोमवार को अवकाश रहेगा।
वहीं, उत्तरकाशी जिला प्रशासन ने भी मौसम विभाग के भारी बारिश के अलर्ट के चलते सभी सरकारी और निजी स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों में 10 जुलाई सोमवार को एक दिन का अवकाश घोषित किया है। जनपद में भी कक्षा 1 से 12 तक के विद्यालय बंद रहेंगे। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराने को कहा गया है। साथ ही शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को विद्यालयों में मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं।
उधर, नैनीताल जिलाधिकारी वंदना सिंह ने मौसम विभाग द्वारा जारी ऑरेंज व रेड अलर्ट के मद्देनजर जनपद नैनीताल में 10 से 13 जुलाई तक स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने का आदेश दिया है। बताया गया कि जनपद के पर्वतीय व मैदानी क्षेत्रों में मध्यम से भारी वर्षा होने और नदियों, नालों, गधेरों में तेज जलप्रवाह की सम्भावना है। 10 से 13 जुलाई तक कक्षा 1 से 12 तक के सभी शैक्षणिक संस्थाओं व आंगनवाडी केन्द्रों में अवकाश रहेगा। वहीं, शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी अपने-अपने विद्यालयों और कार्यालयों मौजूद रहेंगे।