
ऋषिकेश। शहर और आसपास के इलाकों में आई फ्लू के फैलने की बात सामने आई है। अस्पतालों आई फ्लू के मरीजों की बढ़ती संख्या इसकी तस्दीक कर रही है। ऐसे में बीमारी से बचाव पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
नेत्र विशेषज्ञ डॉ. राजे सिंह नेगी के मुताबिक इनदिनों आई फ्लू की शिकायत सभी उम्र के लोगों और खासकर बच्चों में दिखाई दे रही है। ऐसा लगातार जारी बारिश के चलते वातावरण में नमी के कारण हो रहा है।
डॉ नेगी ने बताया कि मानसून के दिनों में नमी बढ़ने पर कंजक्टिवाइटिस का बैक्टीरिया तेजी से फैलता है। ऐसे में थोड़ी सी सावधानी बीमारी से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है। हालांकि 07 से 15 दिनों में आंखों का संक्रमण ठीक हो जाता है।
उन्होंने बताया कि आंखों का लाल या गुलाबी होना, लगातार आसूं बहना, जलन, खुजली, पानी जैसा गाढ़ा डिसचार्ज, सुबह उठते समय आंखों का चिपके रहना, पीला या चिपचिपा तरल जमना, आंखों में तेज दर्द, किरकिरी महसूस होना, हल्के बुखार की शिकायत आदि आई फ्लू के लक्षण हैं।
डॉ नेगी ने आई फ्लू से बचाव के लिए पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचना चाहिए। अपना तौलिया, तकिया, मोबाइल, आई मेकअप किट किसी को इस्तेमाल न करने दें। आंखो को बार-बार छूने से बचें। उंगलियों से आंखों को मसले या रगड़ें नही। चश्मे का इस्तेमाल करें। पीड़ित व्यक्ति का सामान न छुएं। दिनभर में आंखों को कई बार ठंडे पानी से धोते रहें। आंखों की सफाई के लिए साफ कपड़ा या टिश्यू पेपर इस्तेमाल करें। समस्या बढ़ने पर डॉक्टर से जरूर मिलें।