पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत को भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जनरल रावत ने उत्तराखंड को लेकर जो सपने देखे थे उन्हें वह पूरा करने की कोशिश करेंगे।
दिल्ली में दिवंगत जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और सैन्य अधिकारियों के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि अर्पित कर लौटने के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत ने यह बात सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में कही।
इंटरनेट पर पोस्ट में हरदा ने बताया, हमने अपने नेता राहुल गांधी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, सांसद प्रदीप टम्टा, संजय चौधरी, हरिपाल के साथ उत्तराखंड के महान सपूत जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि अर्पित दी और उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की।
देश के नागरिक लाइनबद्ध खड़े होकर जिस तरह से भारत माता की जय-जयकार कर रहे थे और बिपिन रावत अमर रहे के नारों को गुंजायमान कर रहे थे, वे राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रतीक बन गए थे, एक ऐसे जनरल व एक ऐसे सैनिक के रूप में लोग उनको देखने लगे थे, उनसे भरोसा करने लगे थे कि ये व्यक्ति हमारी सुरक्षा का प्रतीक है, ये हमारी सुरक्षा की गारंटी है।
लिखा कि अलग-अलग तरीके से पत्रकार बंधु लोग पूछ रहे हैं कि किस तरीके का स्मारक बनना चाहिए। हम लोगों के मन में केवल एक भाव आ रहा है कि भारत माता के इस महान सपूत को भारत रत्न मिलना चाहिए। भारत रत्न से विभूषित किया जाना चाहिए, एक विशेष समारोह कर उनको यह सम्मान प्रदान किया जाना चाहिए।
यह भी कि जो सपने जनरल बिपिन रावत ने उत्तराखंड के लिए देखे थे, उनको पूरा करने की मेरी कोशिश रहेगी। चाहे अपने गांव के लिए सपना हो, चाहे अन्य कोई सपना उन्होंने देखा हो तमाम सपने हम पूरे करेंगे।