केंद्रीय टीम ने थराली क्षेत्र में किया आपदा का आकलन

गोपेश्वर। आपदा से हुई क्षति का आकलन करने के लिए केंद्र सरकार की अंतर मंत्रालय की एक टीम निदेशक डॉ. वीरेंद्र सिंह की अगुवाई में थराली पहुंची। टीम ने हवाई सर्वे के साथ स्थलीय निरीक्षण कर मौजूदा हालातों को बारीकी से जाना। सबसे पहले चेपड़ो, कोटडीप, राड़ीबगड़, देवाल के मोपाटा और नंदानगर का हवाई सर्वेक्षण किया गया। इसके बाद सड़क मार्ग से प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया गया।
इस दौरान जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने कुलसारी रिलीफ सेंटर में पीपीटी के माध्यम से आपदा से हुई विभागवार परिसंपत्तियों की क्षति की जानकारी दी। उन्होंने चेपड़ो बाजार व अन्य आपदाग्रस्त क्षेत्र में स्थानीय लोगों के आवासों के पीछे हो रहे भूस्खलन के बारे में भी टीम को अवगत कराया।
जिलाधिकारी ने कहा कि लगातार वर्षा और भूस्खलन से सड़कों, पुलों, भवनों, पेयजल योजनाओं, विद्युत तंत्र व कृषि को भारी नुकसान हुआ है। आपदा से लगभग ₹11,50 करोड़ की विभागीय परिसंपत्तियों की क्षति का आकलन किया गया है। डीएम ने टीम को विकासखंड ज्योतिर्मठ के पल्ला गांव और नंदानगर क्षेत्र में सक्रिय भू-धसाव की जानकारी भी टीम को दी।
टीम ने आपदा प्रबंधन व राहत कार्यों में स्थानीय प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ और अन्य एजेंसियों द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई की सराहना की। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से पुनर्वास कार्यों, प्रभावित परिवारों को दी जा रही सहायता, राशन व चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता, अस्थायी आश्रयों की व्यवस्था और सड़क मार्गों को शीघ्र खोलने के प्रयासों की जानकारी ली।
अंतर मंत्रालय केंद्रीय टीम का नेतृत्व कर रहे निदेशक डॉ. वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि उनके इस दौरे का मुख्य उद्देश्य आपदा से हुई वास्तविक क्षति का आकलन करना है। भारत सरकार को प्रस्तुत रिपोर्ट के आधार पर प्रभावित क्षेत्रों के लिए आवश्यक सहायता एवं पुनर्निर्माण कार्यों की योजना शीघ्र बनाई जा सकेगी। रिपोर्ट के आधार पर आपदा प्रभावित परिवारों के पुनर्वास, बुनियादी ढांचे की बहाली और दीर्घकालिक सुरक्षा उपायों के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
इस दौरान टीम में शामिल विभिन्न मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी, सदस्य अनु सचिव शेर बहादुर, अधीक्षण अभियंता सुधीर कुमार, थराली विधायक भूपाल राम टम्टा, जिला पंचायत अध्यक्ष दौलत सिंह बिष्ट, नगर पंचायत अध्यक्ष सुनीता रावत, एसपी सर्वेश पंवार, एडीएम विवेक प्रकाश, एसडीएम सोहन सिंह रांगण, एसडीएम पंकज भट्ट आदि मौजूद थे।



