कृषि व सहकारिता के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहे किसानः सुबोध

पौड़ी। अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के उपलक्ष्य में श्रीनगर के आवास विकास मैदान में आयोजित नौ दिवसीय सहकारिता मेला रविवार को किसानों और महिला समूहों की उत्साही भागीदारी से जीवंत रहा। मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, विशिष्ट अतिथि सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत मौजूद रहे।
इस अवसर पर दोनों मंत्रियों द्वारा जिले के 156 किसानों को 2 करोड़ 21 लाख 50 हजार रुपये का ब्याज रहित ऋण वितरित किया गया। यह ऋण पंडित दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना के अंतर्गत प्रदान किया गया। रिखणीखाल ब्लॉक के 55 किसानों को 79 लाख, नैनीडांडा ब्लॉक के 61 किसानों को 84 लाख 50 हजार और बिरोंखाल ब्लॉक के 40 किसानों को 58 लाख की धनराशि वितरित की गयी। इस योजना से लघु एवं सीमांत कृषकों को आर्थिक सशक्तिकरण की नयी दिशा मिली है।
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि सहकारिता और कृषि विभाग के संयुक्त प्रयासों से आज प्रदेश का किसान आत्मनिर्भर बन रहा है। कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के नेतृत्व में उत्तराखंड का सहकारी मॉडल देशभर में नया उदाहरण पेश कर रहा है। उन्होंने प्रदेशभर में आयोजित हो रहे सहकारिता मेलों की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल किसानों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नयी दिशा दे रही है।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि सहकारिता मेलों के माध्यम से किसानों और महिला समूहों को अपने उत्पाद बेचने और सरकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार लघु एवं सीमांत किसानों को 1 लाख तक ब्याजमुक्त फसली ऋण और पशुपालन व मशरूम उत्पादन हेतु 1.60 से 5 लाख तक ब्याज रहित ऋण उपलब्ध करा रही है। उन्होंने कहा कि मिलेट्स मिशन योजना के तहत सहकारी समितियाँ किसानों से मंडुवा 4 हजार 886 रुपए प्रति क्विंटल की दर से क्रय कर रही हैं। इससे किसानों को फसल का उचित मूल्य मिल रहा है और पर्वतीय कृषि परंपरा पुनर्जीवित हो रही है।
इस अवसर पर विधायक लैंसडाउन महंत दिलीप रावत, मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत, अपर निबंधक सहकारिता आनंद शुक्ल, महाप्रबंधक सहकारी बैंक पौड़ी संजय रावत, मेला संयोजक मातवर सिंह रावत, संपत सिंह रावत, उमेश त्रिपाठी, महावीर कुकरेती, नरेंद्र सिंह रावत, मनोज पटवाल आदि मौजूद रहे।