
Politics of Narendranagar: उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के दिन कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने बड़ा ऐलान किया है। कहा कि ”अब वह नरेंद्रनगर विधानसभा सीट से अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे।” खुले मंच से उनकी इस घोषणा के बाद उनके समर्थकों से लेकर विरोधियों तक में सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। इसके मायने और कारणों की पड़ताल तक होने लगी है।
कैबिनेट मंत्री और नरेंद्रनगर विधायक सुबोध उनियाल ने आज यह बात नरेंद्रनगर टाउनहाल में उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस पर आंदोलनकारियों के सम्मान में आयोजित समारोह के दौरान कही। उनियाल ने अपने संबोधन में राज्य आंदोलन, राज्य निर्माण, प्रदेश के विकास, सकारात्मक और नकारात्मक सोच आदि की चर्चाओं के बीच इशारों में बदलते राजनीतिक माहौल का जिक्र भी छेड़ा। यहां तक कि चुनावों में शराब के चलन, जाति और क्षेत्रवाद आदि पर भी कई सवाल दागे।
खुले मंच से कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने दो टूक लहजे में कहा कि ”वह जिन बातों का जिक्र कर रहे हैं, वह इसलिए नहीं कि उन्हें फिर चुनाव लड़ना है; पहले बोले- वह अब चुनाव नहीं लड़ेंगे, फिर और स्पष्ट किया कि वह नरेंद्रनगर विधानसभा सीट से अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे।” लगे हाथों उन्होंने जनता से सही जनप्रतिनिधि चुनने की अपील जरूर की। इससे पूर्व उन्होंने नरेंद्रनगर विधानसभा के अतीत से लेकर वर्तमान तक की विकास यात्रा का खाका भी आंकड़ों की जुबानी सामने रखा।
टाउनहाल में मंत्री सुबोध उनियाल के इस ऐलान के बाद राजनीतिक चर्चाएं तेज हो गई। ऐलान के कारणों से लेकर उनकी भावी सियासत तक तमाम तरह की अटकलें लगाई जाने लगी। सो, 2027 के चुनाव में सुबोध उनियाल सियासी कदम क्या होगा, यह तो अभी बहुत दूर की बात है, लेकिन इस ऐलान ने उनके क्षेत्रीय समर्थकों को स्तब्ध जरूर कर दिया है।