निर्वाण दिवस पर ब्रह्मलीन माधवाश्रम महाराज का भावपूर्ण स्मरण

ऋषिकेश। ज्योतिष पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य ब्रह्मलीन स्वामी माधवाश्रम महाराज का छठवां निर्वाण दिवस समराधना दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर अनुयायियों ने ब्रह्मलीन संत का भावपूर्ण स्मरण किया।
मंगलवार को मायाकुंड स्थित दंडीवाडा में ब्रह्मलीन संत माधवाश्रम महाराज के निर्वाण दिवस पर आयोजित समाराधना दिवस पर उनकी समाधि स्थल की वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा की गई। इसके बाद आश्रम में समाराधना व विप्र पूजन का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में संत-महात्माओं के साथ जनप्रतिनिधियों और गणमान्य व्यक्तियों ने समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
दंडी स्वामी विज्ञानानंद तीर्थ और आश्रम प्रबन्धक स्वामी केशवस्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि जगद्गुरु स्वामी माधवाश्रम का जीवन सनातन संस्कृति के लिए समर्पित रहा। उन्होंने वैदिक संस्कृति, गौ, गंगा, गायत्री के लिए संपूर्ण भारतवर्ष में कार्य किया। उनके द्वारा स्थापित आश्रम एवं संस्कृत के गुरुकुल लगातार सनातन धर्म को आगे बढा रहे हैं।
इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, राज्य महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, मेयर अनिता ममगाईं, कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला, राज्य आंदोलनकारी सरोज डिमरी, स्वामी कल्याण स्वरुप, स्वामी वागीश स्वरूप, स्वामी अच्युतानंद, महंत जगदीश प्रपन्नाचार्य, समाजसेवी आशाराम व्यास, घनश्याम नौटियाल, रमाबल्लभ भट्ट, आश्रम ट्रस्टी संजय शास्त्री, शैलेन्द्र मिश्रा, एलपी पूरोहित, मनोज नौटियाल, डॉ. जनार्दन कैरवान, सुभाष चन्द्र डोभाल, सुशीला सेमवाल, रीना शर्मा, राजेन्द्र चमोली, जितेन्द्र भट्ट, शिव सेमवाल, मणिराम पैन्यूली, गंगाराम व्यास, पुरुषोत्तम रणाकोटी आदि मौजूद थे।