
ऋषिकेश। जिलाधिकारी सविन बंसल ने बुधवार को उपजिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान डीएम ने व्यवस्थाओं का जायजा लेने के साथ ही अस्पताल में भर्ती मरीजों से बातचीत कर फीडबैक लिया। लिफ्ट और आरओ खराब मिलने पर सीएमएस को फटकार भी लगाई। वहीं डीएम ने टीकाकरण कक्ष में एसी व डिजिटल प्रिंटर लगाने, स्टाफ बढ़ाने के साथ ही एसएनसीयू के लिए स्टाफ भर्ती के निर्देश भी दिए।
बुधवार को राजकीय चिकित्सालय में डीएम ने ओपीडी कक्ष, पैथोलॉजी लैब, दवाई वितरण कांउटर, सर्जिकल वार्ड, आपरेशन कक्ष, टीकाकरण कक्ष, टीबी वार्ड, ट्रामा सेन्टर, बाल रोग वार्ड, एक्स-रे कक्ष, आईसीयू का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल में संचालित चन्दन लैब में अव्यवस्थाओं पर नाराजगी जाहिर की। सीएमएस को 15 दिन में व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। साथ ही लैब को 24 घंटे संचालित करने और भुगतान एसडीएम व एसीएमओ के सत्यापन के बाद ही करने को कहा।
डीएम ने अस्पताल में महिला, पुरूष, बुजुर्ग व सामान्य वर्ग के लिए अलग-अलग दवा वितरण कांउटर बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने लिफ्ट और आरओ खराब होने पर सीएमएस को एक सप्ताह में इन्हें ठीक कराने को कहा। वहीं चिकित्सालय में लैब टैक्निशियन की नियमित भर्ती तक उपनल से लैब टैक्निशियन रखे जाने की मंजूरी दी।
स्टॉफ की कमी के कारण एसएनसीयू संचालित नही होने पर डीएम ने सीएमएस को स्टॉफ के लिए मुख्य विकास अधिकारी से समन्वय कर व्यवस्था बनाने और एसएनसीयू को संचालित कराने के निर्देश दिए। टीकाकरण कक्ष में कम जगह और एसी न होने पर डीएम ने जिला चिकित्सालय की तर्ज पर टीकाकरण कक्ष का विस्तारीकरण करने को कहा।
जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि आईसीयू में हर महीने 40 से 50 मरीज आते हैं। अस्पताल में लगभग 50 मेजर और 45 मायनर आपरेशन किए जाते हैं। जिसके बाद डीएम ने आईसीयू में उच्च स्तरीय व्यवस्था बनाने के के निर्देश दिए।
मौके पर नगर आयुक्त शैलेन्द्र सिंह नेगी, उपजिलाधिकारीयोगश मेहर, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ मनोज कुमार समेत तहसीलदार चमन सिहं आदि मौजूद रहे।