उत्तराखंड

Dehradun: शिकायत दोबारा आने पर डीएम ने अधिकारियों दी चेताया

जनसुनवाई में 96 शिकायतें हुई दर्ज, अधिकाश का निस्तारण, शेष विभागों को भेजी

Dehradun News : देहरादून। 24 अप्रैल। जिलाधिकारी सोनिका की अध्यक्षता में आयोजित जनसुनवाई में 96 शिकायतें प्राप्त हुई। अधिकांश शिकायतों को मौके पर ही निस्तारित किया गया। शेष शिकायतों के बाबत डीएम ने संबधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देशित किया।

सोमवार को ऋषिपर्णा सभागार कलेक्ट्रेट में आयोजित जनसुनवाई में अतिक्रमण हटाने, पुश्तैनी भूमि पर कुरों में हुई त्रुटि को दुरुस्त करवाने, फ्रॉड की गई धनराशि वापस दिलाने, पड़ोसियों द्वारा मारपीट करने, बालिका को उच्च शिक्षा दिलाने, आर्थिक सहायता दिलाने, घर में बरसात के दौरान सड़क का पानी घुसने, बिजली का बिल अधिक आने, निजी भूमि एवं वन भूमि के बीच सीमांकन करवाने, समाज कल्याण विभाग की पेंशन लगवाने, दिव्यांग को रोजगार दिलवाने एवं आगे की शिक्षा पूर्ण करवाने, आरटीई के तहत एडमिशन दिलवाने,सूडान से पति को वापस लाने, आपसी विवाद आदि शिकायतें प्राप्त हुई।

जिलाधिकारी ने एक ही शिकायत के दोबारा आने को गंभीरता से लिया, और अधिकारियों को चेताया कि जनसुनवाई में आए प्रकरण बिना कार्यवाही के वापस न जाएं। किन्ही कारणों से कार्यवाही संभव नहीं हो तो शिकायतकर्ता को इसकी जानकारी दी जाए। ऐसा नहीं करने पर संबंधित विभागीय अधिकारी के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

तहसील डोईवाला क्षेत्र अंतर्गत माजरीग्रांट में प्लाटिंग कर भूमि विक्रय करने तथा धनराशि लेकर कब्जा न देने पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी डोईवाला को कार्यवाही करने के निर्देश दिए। जानकारी प्राप्त करने पर एमडीडीए के अधिकारियों ने बताया कि उक्त क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग को पूर्व में ही ध्वस्त कर दिया गया है।

जिलाधिकारी ने भूमि धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों को देखते हुए आम जनमानस से अनुरोध किया है कि वह भूमि क्रय करने से पहले 12 साला एवं 3 साल का विवरण अवश्य देख लें अथवा भूमि के अभिलेख जांच करवा लें साथ ही रजिस्ट्रार को निर्देशित किया कि रजिस्ट्री के समय बंधक भूमि जांच कर ली जाए जिससे लोग भूमि संबंधी फर्जीवाड़े से बच सकें।

जनसुनवाई में मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान, अपर जिलाधिकारी डॉ एसके बरनवाल, रामजीशरण शर्मा, अपर मुख्य नगर अधिकारी नगर निगम जगदीश लाल, उपजिला अधिकारी मुख्यालय शालिनी नेगी, संयुक्त मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवाल, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, निदेशक ग्रामीण विकास अभिकरण आरसी तिवारी, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी शशिकांत गिरी, जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट, जिला समाज कल्याण अधिकारी गोवर्धन, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी विद्याधर कापड़ी, विद्युत, पीएमजीएसवाई, जल संस्थान, पेयजल निगम, लोनिवि आदि संबंधित विभागों के अधिकारी आदि मौजूद रहे।

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