देहरादूनः आपदाग्रस्त क्षेत्रों में जल्द सामान्य होगा जनजीवनः DM
5 किमी पैदल चलकर टीम के साथ किमाडी-कंडरियाणा पहुंचे

देहरादून। जिलाधिकारी सविन बंसल बुधवार को आपदा प्रभावित किमाडी-कंडरियाणा गांव पहुंचे और ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने कहा कि प्रशासन पूरी तरह प्रभावित परिवारों के साथ खड़ा है और किसी तरह की कमी नहीं छोड़ी जाएगी।
डीएम प्रशासनिक टीम पूरी तरह से कटे भीतरली कंडरियाणा क्षेत्र तक पहुंचने के लिए 5 किमी दुर्गम मार्ग पैदल पार कर ग्रामीणों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि खेत-खलियान, सड़क, पुलिया, बिजली और पानी की व्यवस्था 2 दिन के भीतर दुरुस्त हो जानी चाहिए। उन्होंने तहसीलदार और वरिष्ठ अधिकारियों को क्षेत्र में ही कैंप करने के निर्देश दिए।
इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि अतिवृष्टि से कई भवनों में दरारें आई हैं, दो गौशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं और कृषि भूमि को भारी नुकसान पहुंचा है। पेयजल लाइन, सिंचाई गूल और सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हैं, जबकि नदी पर बना पैदल पुल बह गया है। करीब 11 भवन खतरे की जद में हैं। ग्रामीणों ने गांव का विस्थापन और अवैध खनन रोकने की मांग रखी।
अधिकारियों ने जानकारी दी कि किमाडी से भीतरली कंडरियाणा तक 8.4 किमी मोटर मार्ग 13 स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुआ है, जिसमें से 1.5 किमी मार्ग अभी अवरुद्ध है। इसे 28 सितंबर तक सुचारु करने का लक्ष्य है। जल संस्थान ने बताया कि अस्थायी व्यवस्था से जलापूर्ति की जा रही है। राशन वितरण सामान्य है, जबकि नए नाम जोड़ने के लिए डीएम ने अगले दिन गांव में शिविर लगाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने मकानों, कृषि भूमि और फसल क्षति का तत्काल सर्वे कर राहत राशि वितरित करने के निर्देश दिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि विस्थापन प्रस्ताव शीघ्र शासन को भेजा जाएगा। साथ ही कहा कि युद्धस्तर पर राहत और बहाली कार्य संचालित कर प्रभावित क्षेत्रों में जन-जीवन जल्द सामान्य किया जाएगा।