देहरादूनः राज्यपाल ने ली रैतिक परेड की सलामी
राज्य स्थापना के रजत जयंती समारोह में शामिल हुए राज्यपाल और मुख्यमंत्री

• अमर शहीदों, राज्य आंदोलनकारियों और जननायकों को किया नमन
देहरादून। उत्तराखंड राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष में पुलिस लाइन में आयोजित समारोह में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। राज्यपाल ने रैतिक परेड का निरीक्षण किया और सलामी ली। राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में कार्यक्रम की शुरुआत वंदे मातरम से हुई। इस अवसर पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने ‘उत्तराखंड पुलिस पत्रिका-2025’ का विमोचन किया और रजत जयंती पदक के प्रतीकात्मक चिन्ह का अनावरण भी किया। 
राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह ने राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह 25 वर्षों की गौरवशाली यात्रा का उत्सव है। उन्होंने राज्य आंदोलन के सभी शहीदों, आंदोलनकारियों और जननायकों को नमन किया। राज्यपाल ने कहा कि स्वदेशी के मंत्र से देश की आर्थिक समृद्धि सुदृढ़ होगी। उन्होंने आह्वान किया कि नागरिक ‘मेड इन इंडिया’ उत्पादों को अपनाएं और आत्मनिर्भर भारत एवं आत्मनिर्भर उत्तराखंड के निर्माण में सहयोग करें।
राज्यपाल ने युवाओं से तकनीक, नवाचार और स्टार्टअप के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड ने 25 वर्षों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, कृषि, उद्योग और तकनीकी क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। आज उत्तराखंड चारधाम यात्रा से आगे बढ़कर वैश्विक वेलनेस, वेडिंग, शूटिंग, योग और आयुर्वेद डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है।
चुनौतियों का सामना कर राज्य ने बनाई अपनी पहचानः धामी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य निर्माण के अमर बलिदानियों और देश की रक्षा में प्राण न्योछावर करने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में उत्तराखंड राज्य की स्थापना का सपना साकार हुआ। कहा कि पिछले 25 वर्षों की यात्रा में राज्य ने अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए एक सशक्त और अग्रणी राज्य के रूप में पहचान बनाई है।
उन्होंने कहा कि कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद उत्तराखंड पुलिस ने कानून-व्यवस्था को बनाए रखते हुए जनसेवा का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है। महिला अपराधों के निराकरण और पोक्सो मामलों के निस्तारण में उत्तराखंड देश में पांचवें स्थान पर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य ‘ड्रग्स फ्री उत्तराखंड’ के संकल्प को जन आंदोलन का रूप देगा और साइबर अपराधों पर रोक लगाने के लिए तकनीकी क्षमता को और सशक्त बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य ने पिछले साढ़े चार वर्षों में अभूतपूर्व उपलब्धियाँ हासिल की हैं। किसानों की आय में वृद्धि के मामले में उत्तराखंड देश में प्रथम स्थान पर रहा है। राज्य की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट 12.69 प्रतिशत रही, जो राष्ट्रीय औसत से चार गुना अधिक है। उन्होंने कहा कि राज्य युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने में भी देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है।
राज्यपाल ने किया इन्हें सम्मानित
राज्यपाल ने उत्कृष्ट सेवाओं के लिए ‘राष्ट्रपति पुलिस पदक’ और ‘पुलिस पदक’ प्राप्त अधिकारियों को सम्मानित किया। इनमं आईजी विम्मी सचदेवा रामन, नीरू गर्ग, रिद्धिम अग्रवाल, एसएसपी अजय सिंह, सेनानायक श्वेता चौबे, एसपी सरिता डोबाल, डीआईजी जगतराम, दलनायक (से.नि.) हरक सिंह, एएसआई (से.नि.) सुरजीत सिंह, ऋषिबल्लभ कोठियाल, मुख्य आरक्षी लक्ष्मण सिंह और फायर सर्विस चालक गणेश सिंह शामिल रहे।
इन्हें भी किया गया सम्मानित
रजत जयंती वर्ष के ‘उत्तराखंड गौरव सम्मान-2025’ से निशानेबाज पद्मश्री जसपाल राणा, उद्यमी देव रतूड़ी, अभिनेता-लेखक स्व. टॉम ऑल्टर, आंदोलनकारी स्व. सुशीला बलूनी, चिपको आंदोलन की जननी स्व. गौरा देवी, भूवैज्ञानिक स्व. खड़ग सिंह वल्दिया, वीरांगना स्व. तीलू रौतेली और लेखक स्व. शैलेश मटियानी को सम्मानित किया गया। अनुपस्थित महानुभावों के परिजनों ने यह सम्मान ग्रहण किया।
पुलिस के जवानों दिखाए हैरतअंगेज करतब
कार्यक्रम में पुलिस विभाग की ओर से शानदार साहसिक प्रदर्शन किया गया। विशेष रूप से मोटरसाइकिल दल के प्रदर्शन ने उपस्थित दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
यह रहे मौके पर मौजूद
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक प्रेमचंद अग्रवाल, खजान दास, दुर्गेश्वर लाल, मेयर सौरभ थपलियाल, मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, डीजीपी दीपम सेठ सहित शासन, पुलिस और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।



