Dehradun: यूजेवीएन अधिकारियों की कार्यशैली पर नाराज हुए डीएम
• कलेक्ट्रेट में लखवाड-व्यासी बांध परियोजना की समीक्षा कर दिए जरूरी निर्देश

देहरादून। जिलाधिकारी सविन बंसल ने लखवाड-व्यासी परियोजना समीक्षा की। इस दौरान डीएम ने परियोजना से प्रभावित ग्रामीणों को लेकर यूजेवीएन और राजस्व अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
ऋषिपर्णा सभागार में कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक के दौरान डीएम बंसल ने कहा कि व्यासी लखवाड़ प्राजेक्ट राज्य की दृष्टि से महत्वपूर्ण परियोजना है। अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रभावित परिवार संघ को र्बैठकों में शामिल किया जाए, ताकि उनका पक्ष सुनते हुए योजना को समयबद्ध पूरा करने के साथ ही प्रभावी समाधान निकाला जा सके।
बैठक में डीएम ने परियोजना से प्रभावितों की मुआवजा संबन्धी शंकाओं का समाधान किया। 1980 व 2020 में यदि एक परिवार प्रभावित हुआ है तो उन्हें मुआवजे का दोहरा लाभ मिलेगा। कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार परियोजना में आ रहे व्यवधानों का निपटाते हुए योजना को धरातल पर लाया जाएगा। कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री स्वयं इस प्रोजेक्ट की मॉनिटिरिंग कर रहे हैं।
डीएम ने यूजेवीएन के आधिकारियों की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर की और उन्हें कार्यशैली में सुधार लाने व प्रोजेक्ट में आ दिक्कतों को समय पर निस्तारित कराने के निर्देश दिए। कहा कि यूजेवीएन के अधिकारियों से काम नहीं हो पा रहा है, तो अन्य अधिकारी तैयार हैं। प्रभावितों और मुआवजा वितरण की संख्या पूछे जाने पर अधिकारी अधिकारी जवाब नहीं दे पाए। इस दौरान प्रभावितों के प्रतिनिधियों ने यूजेवीएन के अधिकारियों के व्यवहार की शिकायत भी की।
डीएम बंसल ने अपर जिलाधिकारी प्रशासन, एसएलएओ व यूजेवीएन सहित राजस्व अधिकारियों को एक सप्ताह में प्रभावितों का पक्ष सुनते कर रिपोर्ट तलब की है। कहा कि अगली बैठक में यूजेवीएन के एमडी को भी बुलाया जाए।
बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन जयभारत सिंह, विशेष भू अध्याप्ति अधिकारी स्मृता परमार, यूजेवीएन के अधिकारी, उप जिलाधिकारी विकासनगर विनोद कुमार सहित सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।