दूरस्थ इठारना गांव में डीएम ने सुनी जनसमस्याएं
बहुउद्देशीय शिविर आयोजित, कई मामलों का मौके पर निस्तारण

डोईवाला (देहरादून)। जिलाधिकारी सविन बंसल की अध्यक्षता में विकासखंड डोईवाला के दूरस्थ ग्राम इठारना में मंगलवार को बहुउद्देशीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत लोगों को विभिन्न सरकारी योजनाओं, सेवाओं और सुविधाओं का लाभ एक ही स्थान पर उपलब्ध कराना था।
जिलाधिकारी ने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों के अंतिम छोर पर रहने वाले बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चे और प्रत्येक नागरिक सरकार व प्रशासन की पहली प्राथमिकता हैं। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि शिविर में प्राप्त सभी आवेदनों का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाए और जो भी पात्र व्यक्ति योजनाओं से वंचित हैं, उन्हें तुरंत लाभान्वित किया जाए।
ग्रामीणों से संवाद के दौरान डीएम ने उनकी समस्याओं, मांगों और अपेक्षाओं को सुना। अधिकांश समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया गया। विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों के माध्यम से लोगों को योजनाओं की जानकारी देने के साथ ही फॉर्म भरवाए गए और सेवाएं प्रदान की गईं।
शिक्षा विभाग के स्टॉल में जीआईसी इठारना के विद्यार्थियों ने अपने प्रोजेक्ट्स की जानकारी दी। अवनीश रावत ने मिश्रित खेती पर आधारित मॉडल प्रस्तुत किया, वहीं कनिष्का पुंडीर ने आपदा के दौरान बचाव संबंधी प्रोडक्ट की जानकारी दी।
शिविर में ग्राम पंचायत रानीपोखरी को कूड़ा संग्रहण वाहन की स्वीकृति दी गई। गदुल में आधार एवं श्रम कार्ड शिविर लगाने के निर्देश दिए गए। मौके पर ही 50 आधार कार्ड बनाए गए, 64 छात्र-छात्राओं की रोजगार के लिए काउंसलिंग की गई। 180 से अधिक लोगों की स्वास्थ्य जांच हुई, 33 आयुष्मान कार्ड बनाए गए और 3 लाभार्थियों को पेंशन स्वीकृत की गई। साथ ही 1.65 लाख रुपये के कृषि उपकरणों का वितरण, 132 सहायक उपकरणों का वितरण और 12 लाभार्थियों को उद्यान विभाग द्वारा 50 प्रतिशत अनुदान प्रदान किया गया।
चिकित्सा विभाग द्वारा 102 सामान्य ओपीडी, 15 गायनी ओपीडी, 30 से अधिक रक्त जांच, 16 टीबी जांच और 2 एक्स-रे किए गए। शिविर में स्वास्थ्य, शिक्षा, राजस्व, पशुपालन, महिला सशक्तिकरण, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, उद्यान, कृषि, सामाजिक कल्याण सहित 35 से अधिक विभागों ने स्टॉल लगाकर ग्रामीणों को सेवाएं प्रदान कीं।
कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह उप जिलाधिकारी ऋषिकेश योगेश मेहर, निदेशक ग्रामीण विकास अभिकरण विक्रम सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार ढोंडियाल, मुख्य कृषि अधिकारी देवेंद्र सिंह, सहायक निदेशक भूमि संरक्षण अधिकारी अशोक गिरी, सीडीपीओ जितेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।



