
● स्मृतिवन में लोगों ने रोपे अपने परिजनों के नाम से पौधे
देहरादून। सामाजिक संस्था धाद ने हरेला अभियान के तहत पहले दिन फूलों के 100 पौधों के साथ पुष्पवन की नींव रखी। लोगों ने अपने परिजनों के नाम पर स्मृति वन के आसपास पौधों का रोपण किया।
सोमवार को मालदेवता स्थित स्मृतिवन प्रवेश मार्ग पर पौधरोपण अभियान की शुरुआत शांति बिंजोला, सुनीता बहुगुणा और नीलिमा धुलिया के पारम्परिक ढोल दमाऊ वादन के साथ हुई। लोगों ने यहां नीलमोहर, बोटल ब्रश और अमलतास के पौधे रोपे।
धाद के सचिव तन्मय ममगाईं ने कहा की आज पौधे लगाने से बड़ा सवाल उन्हें बचाने का है और इसकी संस्कृति विकसित करने के लिए आम समाज को साथ लेकर धाद ने हरेला वन की अवधारणा प्रारम्भ की है। जिसमें लोगों द्वारा पौधरोपण करने के साथ उन्हें वृक्ष बनाने का संकल्प लिया जाता है, जिसमे लोग अपने श्रम या आर्थिक सहयोग से लगाए गए पौधो का संरक्षण करते हैं। अब तक इस अभियान के अंतर्गत स्मृतिवन बालवन और पुष्पवन प्रारम्भ किये गए हैं।
हरेला देहरदून की संयोजक अर्चना ग्वाडी ने बताया कि कल से देहरादून के विभिन्न क्षेत्रों, मोहल्लों, स्कूलों और संस्थानों में अभियान चलाया जाएगा। जहाँ लोगों से पौधरोपण के साथ उत्तराखंड हिमालय में उत्पादन कर रहे लोगों की उपज को अपने जीवन में शामिल करने की अपील भी की जाएगी।
हरेला वन के सचिव सुशील पुरोहित ने बताया कि इस वर्ष भी हरेला वन अभियान से लोग बड़ी संख्या में जुड़ रहे हैं। स्मृतिवन में सामाजिक कार्यकर्त्ता डॉ प्रभाकर उनियाल, लीलाधर पाठक, भीम सिंह रावत, वाचस्पति सेमवाल, तुलसी देवी, कुंदन सिंह नेगी आदि की स्मृति में उनके परिजनों ने पौधरोपण किया। वही स्मृतिवन के प्रवेश मार्ग में अरविन्द गुप्ता, प्रिन्स, अनूप डोभाल, भावना डोभाल, गिरिवर धनाई, दीपक खंडका, गीता क्षेत्री, रविंद्रबछेती, शंकर सरन गुप्ता, इंदु भूषण सकलानी, लक्ष्मण सिंह रावत ने पौधे रोपे।
इस अवसर पर गणेश चंद्र उनियाल, आशा डोभाल, नीना रावत, हिमांशु आहूजा, किशन सिंह, साकेत रावत, विकास बहुगुणा, लक्ष्मी मिश्रा, महावीर रावत, सुरेश अमोली, शैलेंद्र सेमवाल, केएल खुराना आदि मौजूद रहे।