विभाग तैयार करें अपनी ‘सफलता की कहानियां’: मुख्य सचिव

देहरादून। मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने अधिकारियों को उनके बेहतर विभागीय कार्यों की बेस्ट प्रैक्टिसेज (सफलता की कहानियां) तैयार करने के निर्देश दिए।
सचिवालय में आयोजित बैठक में मुख्य सचिव ने कहा कि बेस्ट प्रैक्टिसेज में ऐसा यूनिक इनिशिएटिव हो जो किसी भी राज्य द्वारा नहीं किया गया हो अथवा जो अन्य से अलग हो। बेस्ट प्रैक्टिसेज संस्थागत या व्यक्तिगत जिस स्तर का भी हो उसका प्रेजेंटेशन तैयार करें।
सचिवों से विभागों के बेहतरीन कार्यों की जानकारी लेकर उन्होंने कहा कि बेस्ट प्रैक्टिसेज के संकलन से लोगों को बेहतर कार्य करने की प्रेरणा मिल सकेगी। कहा कि आईटी, कृषि, उद्यान, बाल विकास, पंचायती राज, ग्राम्य विकास, सहकारिता, पशुपालन, वन विभाग, शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य, हायर एजुकेशन, आयुष इत्यादि विभागों में बेस्ट प्रैक्टिसेज की अधिक संभावना है।
उन्होंने सचिवों को निर्देशित किया कि विभिन्न विकास कार्यों, सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों का बेहतर तरीके से इंप्लीमेंटेशन करें। उन्होंने विभागों को विभगीय कार्य अधिक से अधिक ऑनलाइन करने पर जोर दिया। सीएस ने माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण पोषण और कल्याण अधिनियम 2007 का गंभीरता से अनुपालन कराने के निर्देश भी दिए।
बैठक में प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, एलएल फैनई, प्रदीप पंत, विशेष प्रमुख सचिव अमित सिन्हा, सचिव नीतेश कुमार झा, रविनाथ रामन, डॉ. पंकज कुमार पांडेय, डॉ रंजीत कुमार सिन्हा, डॉ. श्रीधर बाबू आद्यंकी, चंद्रेश यादव, डॉ आर राजेश कुमार, दीपेंद्र कुमार चौधरी, विनोद कुमार सुमन, रणवीर सिंह चौहान, धीरज सिंह गर्ब्याल आदि मौजूद रहे।