Dehradun: कानून व्यवस्था को लेकर CS और DGP से मिले कांग्रेस नेता

देहरादून। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू और पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार से प्रदेश की कानून कानून व्यवस्था को लेकर मुलाकात की। उन्होंने आला अधिकारियों से चिंता प्रकट करते हुए कानून व्यवस्था में सुधार की मांग की।
बुधवार को मुख्य सचिव व डीजीपी के कार्यालयों में उनसे मुलाकात के दौरान कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जनपद उत्तरकाशी के पुरोला के घटनाक्रम से हम सब चिन्तित हैं। हम हर अपराधी के खिलाफ हैं चाहे वह किसी भी जाति, वर्ग, धर्म से जुड़ा हुआ क्यों न हो। कहा कि एक व्यक्ति के अपराध को पूरे समाज का अपराध नहीं माना जाना चाहिए। कहा कि अपराधी का अपराध तय करना पुलिस और उसे सजा देना न्यायालय का काम है, न कि किसी संगठन विशेष का।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हम समाज में अशांति फैलाने के खिलाफ हैं। कुछ नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा राज्य का माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है। हम हेट स्पीच के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं। इसके लिए सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय ने भी 2023 में अपने आदेशों में स्पष्ट किया है। कहा कि पुलिस के साइबर सेल को भी ऐसे प्रकरणों पर सोशल मीडिया पर नजर रखनी चाहिए। इस प्रकार की पोस्ट डालने वालों और सोशल मीडिया से वैमनस्यता फैलाने वाले संगठनों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
कांग्रेस नेता नवप्रभात ने कहा कि प्रदेश में अतिक्रमण के चिन्हिकरण में सावधानी नहीं बरती जा रही है। जिसके चलते वर्षों से बसे लोगों को उजाड़ा जा रहा है। विकासनगर क्षेत्र का उदाहरण दिया कि जहां नदी नहीं है वहां नदी का किनारा मानकर अतिक्रमण चिन्हित किया गया है। सरकार के पास न अतिक्रमण की कोई नीति है और न इसकी अंतिम तिथि घोषित की गई है।
पार्टी के राष्ट्रीय सचिव काजी निजामुद्दीन ने पुरोला जैसे प्रकरणों पर चिंता जताई, कहा कि कुछ संगठनों द्वारा धर्म विशेष के खिलाफ अभियान चलाकर उनके मन में भय पैदा किया जा रहा है। लोग पलायन को मजबूर हो रहे हैं। ऐसी घटनाओं को रोकना राज्य के हित में होगा।
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि उन्हें मुख्य सचिव और डीजीपी से उचित कार्यवाही का आश्वासन मिला है। प्रतिनिधिमंडल में विधायक ममता राकेश, फुरकान अहमद, विरेन्द्र जाति, मथुरादत्त जोशी, नवीन जोशी, गरिमा दसौनी, अमरजीत सिंह, शीशपाल सिंह, डॉ. जसविंदर सिंह गोगी, नीरज त्यागी, विकास नेगी, गिरीश पपनै आदि शामिल थे।