जो भी भ्रष्टाचार करेगा, वह सलाखों के पीछे जाएगाः धामी
मुख्यमंत्री ने किया “सतर्कता-हमारी साझा जिम्मेदारी” अभियान का शुभारंभ

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सचिवालय में “सतर्कता-हमारी साझा जिम्मेदारी” थीम पर आधारित जन जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ किया। यह राज्यव्यापी अभियान आगामी राज्य स्थापना दिवस 9 नवम्बर तक संचालित किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को सत्यनिष्ठा की शपथ भी दिलाई।
मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की भावना को साकार करने वाले लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को नमन किया। कहा कि सरदार पटेल ने अपने जीवन का प्रत्येक क्षण भारत की एकता, अखंडता और सशक्त राष्ट्र के निर्माण के लिए समर्पित किया। उनके जन्मदिवस के उपलक्ष्य में यह जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भ्रष्टाचार मुक्त भारत का संकल्प केवल लिया ही नहीं, बल्कि उसे धरातल पर उतारने का कार्य भी किया है। उनके नेतृत्व में देश में पारदर्शी, उत्तरदायी और जन-केंद्रित शासन व्यवस्था विकसित हुई है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तराखंड सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर दृढ़तापूर्वक कार्य कर रही है। राज्य गठन के बाद से अब तक सतर्कता विभाग ने 339 भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। केवल पिछले तीन वर्षों में 78 भ्रष्टाचारियों सहित अन्य मामलों में 27 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि शासन व्यवस्था को पारदर्शी और जवाबदेह बनाने के लिए राज्य में टोल फ्री नंबर 1064 संचालित है। इसके माध्यम से पिछले तीन वर्षों में लगभग 10,000 शिकायतें दर्ज की गई हैं, जिनमें 62 ट्रैप कार्रवाइयाँ और 4 खुली जांचें की गई हैं।
उन्होंने दो टूक कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा “जो भी भ्रष्टाचार करेगा, वह सलाखों के पीछे जाएगा।” मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि इस जागरूकता अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि हर स्तर पर पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित हो सके।
इस अवसर पर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, डीजीपी दीपम सेठ, प्रमुख सचिव एल. फैनई, निदेशक सतर्कता वी. मुरूगेशन सहित सचिव और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।



