वैदिक ब्राह्मण महासभा वार्षिक सम्मेलन संपन्न
स्थानीय संस्कृत विद्यालयों के मेधावी छात्रों को किया गया सम्मानित

ऋषिकेश। वैदिक ब्राह्मण महासभा वार्षिक सम्मेलन में ज्योतिष और पुराणों को लेकर चर्चा के दौरान वक्ताओं ने कहा कि जानकारियों के अभाव में समाज दिशाहीन हो रहा है, जो कि चिंता का विषय है। सम्मेलन में संस्कृत विद्यालयों के मेधावी छात्रों को सम्मानित भी किया गया।
मंगलवार को श्री भरत मंदिर सभागार में आयोजित सम्मेलन का शुभारंभ महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास, महापौर अनिता ममगाईं, स्वामी केशव स्वरूप ब्रह्मचारी, भाजपा नेता संजय शास्त्री, कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला और शिक्षावद् कृष्ण प्रसाद ढकाल ने किया। भरत मन्दिर संस्कृत विद्यालय के छात्रों के स्वागत गीत के बाद विद्वानों ने ने ज्योतिष एवं पुराणों की प्रासंगिकता पर अपने विचार रखे।
डॉ. दयाकृष्ण लेखक ने ज्योतिष और डॉ. प्रकाश चमोली ने पुराणों पर कहा कि वर्तमान में लोग वास्तविक जानकारियों से दूर होते जा रहे हैं। जिससे समाज को सही दिशा नहीं मिल पा रही है। कार्यक्रम अध्यक्षता स्वामी दयाराम दास ने कहा कि सनातन संस्कृति में मंत्रों के बिना कोई भी शुभ कार्य नहीं होता। जिनका संवाहक ब्राह्मण समाज है। महापौर अनिता ममगाईं ने सामाजिक जागरूकता के उद्देश्य से आयोजित ऐसे सम्मेलन को वर्तमान में जरूरी बताया।
सम्मेलन में संजय शास्त्री, जयेन्द्र रमोला, कृष्ण प्रसाद ढकाल, स्वामी केशव स्वरूप ब्रह्मचारी, महासभा अध्यक्ष मणिराम पैन्यूली ने भी विचार रखे। इस दौरान स्थानीय संस्कृत विद्यालयों के एक-एक मेधावी छात्र को सम्मानित किया गया। सम्मेलन का संचालन डॉ. जनार्दन कैरवान और आचार्य सुभाष डोभाल ने किया।
इस अवसर पर वंशीधर पोखरियाल, आशाराम व्यास, घनश्याम नौटियाल, जगमोहन मिश्रा, शिवकुमार गौतम, विजयलक्ष्मी शर्मा, रीना शर्मा, रवि प्रपन्नाचार्य, डॉ. ओमप्रकाश पूर्वाल, महेश चमोली, गंगाराम व्यास, शिवप्रसाद सेमवाल, जगदीश जोशी, सुरेन्द्र दत्त भट्ट, डॉ. भानु प्रकाश उनियाल, अमित कोठारी, लक्ष्मण सिंह चौहान, निर्मला उनियाल, राजेन्द्र चमोली आदि मौजूद थे।