
• धारी देवी मंदिर के करीब पहुंचा अलकनंदा का पानी, बदरीनाथ हाईवे पर यातायात रोका
• बागेश्वर जनपद के पौंसारी में जनहानि की सूचना, रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंची
Uttarakhand Cloud Burst : अभी जनपद उत्तरकाशी के धराली और चमोली के थराली की आपदा से जुड़ी खबरें आ ही रही थी, कि शुक्रवार सुबह बादल फटने की घटनाओं ने प्रदेश के रुद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी और बागेश्वर के प्रभावित क्षेत्रों में जनजीवन को तहस-नहस कर दिया है। जिसकी सूचना के बाद से ही राज्य की तमाम मशीनरी ने मोर्चा संभाल लिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हालात पर लगातार नजर रखे हुए हैं। मुख्य सचिव ने भी अधिकारियों को अलर्ट रहने के साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में युद्धस्तर पर रेस्क्यू और आवश्यक सुविधाएं बहाल करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, जनपद पौड़ी क्षेत्रांतर्गत अलकनंदा का जलस्तर बढ़ने से धारी देवी मंदिर क्षेत्र में दुकानों में पानी घुस गया। बदरीनाथ हाईवे पर भी नदी का पानी आने पर यातायात को रोक दिया गया।
टिहरी के गेंवाली गांव के ऊपर फटा बादल
शुक्रवार की सुबह जनपद टिहरी अंतर्गत भिलंगना ब्लॉक के गेंवाली गांव के ऊपर रात में बादल फटने की घटना की खबर सामने आई। हालांकि यहां कोई जनहानि नहीं हुई। लेकिन कृषि भूमि, पेयजल और विद्युत लाइनों को नुकसान पहुंचा है। सूचना के बाद रेस्क्यू टीमें घटनास्थल के लिए रवाना हो गई थी।
चमोली के मोपाटा में पति-पत्नी की मौत
गुरुवार की देररात चमोली जनपद के तहसील देवाल के मोपाटा में बादल फटने से भारी तबाही मच गई। हादसे में पति-पत्नी की मौत हो गई। साथ ही कुछ घरों के मलबे में दब गए। बताया गया कि मोपाटा में मलबे में दबे तारा सिंह और उनकी पत्नी के शव निकाल लिए गए हैं। वहीं घायल विक्रम सिंह और उनकी पत्नी को रेस्क्यू किया गया। यहां एक गोशाला में 15 से 20 पशुओं के दबे होने की भी सूचना है। अतिवृष्टि को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूलों में आज अवकाश घोषित किया।
रुद्रप्रयाग के बसु केदार क्षेत्र में भी बादल फटा
इसके अलावा रुद्रप्रयाग के बसु केदार क्षेत्र में भी बादल फटने की घटना से चारों तरफ भारी नुकसान होने की सूचनाएं हैं। जखोली ब्लॉक के छेनागाड़, बांगर समेत कई इलाकों में अतिवृष्टि से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
कपकोट के पौंसारी में भी जनहानि की सूचना
जनपद बागेश्वर के कपकोट विकासखण्ड के ग्राम पौंसारी में भारी वर्षा से जनहानि एवं मकान क्षतिग्रस्त होने की सूचना सामने आई है। बैसानी क्षेत्र में भी भूस्खलन से पशु हानि व अन्य क्षति हुई। जिसके बाद जिला प्रशासन के राहत व बचाव दल मौके पर पहुंचे। बताया गया कि विधायक सुरेश गड़िया और डीएम आशीष भटगांई आपदा प्रभावित क्षेत्रों में रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर रखे हुए हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस व राजस्व विभाग की टीमें रेस्क्यू कार्य में सक्रिय हैं।
सीएम धामी ने की जिलाधिकारियों से वार्ता
प्रदेश के विभिन्न जनपदों में बादल फटने की घटनाओं के सूचना के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारियों को राहत व बचाव कार्यों को लेकर जरूरी निर्देश दिए। साथ ही आगे भी अलर्ट रहने को कहा। सीएम ने आला अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों को युद्धस्तर पर करने के निर्देश भी दिए।