मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया प्रबुद्ध नागरिकों से संवाद

चंपावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिला पंचायत सभागार में प्रबुद्ध नागरिकों और वरिष्ठजनों के साथ संवाद किया। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिक समाज के अनुभव, ज्ञान और मूल्यों के प्रतीक हैं। हमारे वरिष्ठजन समाज के मार्गदर्शक स्तंभ हैं। उनके अनुभव और आशीर्वाद से ही चंपावत आदर्श जनपद बनेगा और आदर्श चंपावत से ही आदर्श उत्तराखण्ड का मार्ग प्रशस्त होगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि चंपावत जिले के केवल सिप्टी क्षेत्र में ही ₹100 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि समूचे जनपद में इससे कहीं अधिक कार्य प्रगति पर हैं। कहा कि अब तक उनकी ओर से की गई 306 घोषणाओं में से 196 पूरी की जा चुकी हैं, जबकि शेष पर तीव्र गति से कार्य जारी है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि “आदर्श चंपावत” केवल एक जिला नहीं, बल्कि “आदर्श उत्तराखण्ड” के निर्माण की दिशा में एक सशक्त कदम है। बताया कि जिले में साइंस सेंटर का निर्माण पूर्ण हो चुका है। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय का नया परिसर भी आरंभ हो गया है। चंपावत को स्मार्ट सिटी मिशन में भी शामिल किया गया है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पूर्णागिरि रोपवे परियोजना, शारदा कॉरिडोर और “वेडिंग डेस्टिनेशन उत्तराखण्ड योजना” जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर तेजी से कार्य हो रहा है। सम्मेलन में वरिष्ठ नागरिकों ने मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि चंपावत ने जिस विश्वास के साथ उन्हें 93 प्रतिशत से अधिक मत देकर विधायक बनाया था, वही विश्वास अब विकास कार्यों के रूप में धरातल पर दिख रहा है। वरिष्ठजनों ने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में यह समर्थन 100 प्रतिशत तक पहुँचेगा।
इस अवसर पर वरिष्ठ नागरिकों ने जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा और आयुर्वेदिक औषधि निर्माण के क्षेत्र में हो रहे सुधारों की सराहना की। उन्होंने पेंशन से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया और आशा जताई कि सरकार इसी संवेदनशीलता के साथ आगे भी कार्य करती रहेगी।
कार्यक्रम में दायित्वधारी श्याम नारायण पांडे, अनिल डब्बू, शंकर कोरंगा, जिला पंचायत अध्यक्ष आनंद अधिकारी, पालिकाध्यक्ष प्रेमा पांडे, ब्लॉक प्रमुख अचला बोहरा, ब्लॉक प्रमुख सीमा आर्या, भाजपा जिला अध्यक्ष गोविंद सामंत, भाजपा प्रदेश मंत्री निर्मल मेहरा, पूर्व विधायक पूरन सिंह फर्त्याल आदि मौजूद रहे।