पंचपूजाओं के चौथे दिन माता लक्ष्मी को चढ़ाया कढ़ाई भोग
• कल शनिवार को मंदिर के गर्भगृह में विराजित हो जाएंगी माता लक्ष्मी
• शाम 3 बजकर 33 मिनट पर बंद हो जाएंगे बदरीनाथ धाम के कपाट
बदरीनाथ। 18 नवंबर की शाम धाम के कपाट बंद होने के क्रम में आरंभ पंच पूजाओं के तहत चौथे दिन माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना के साथ कढ़ाई भोग चढ़ाया गया, साथ ही माता को मंदिर के गर्भगृह में शीतकाल के लिए विराजित होने रावल ने आमंत्रण दिया।
शुक्रवार को पूर्वाह्न रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने लक्ष्मी माता को बदरीनाथ मंदिर गर्भगृह में विराजमान होने के लिए आमंत्रण दिया। धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल सहित वेदपाठी रविंद्र भट्ट और लक्ष्मी मंदिर के पुजारियों ने मां लक्ष्मी की पूजा की व कढाई भोग चढाया। इस अवसर पर बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि कपाट बंद की सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी है।
मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि पंचपूजाओं के पांचवें दिन शनिवार 18 नवंबर को रावल स्त्री भेष धारण कर माता लक्ष्मी को बदरीनाथ मंदिर गर्भगृह में विराजमान करेंगें। वहीं, उद्धव व कुबेर मंदिर प्रांगण में आ लाए जाएंगे। अपराह्न ठीक 3 बजकर 33 मिनट पर बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे।
मौके पर बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, सीईओ योगेंद्र सिंह, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, दिनेश डिमरी, श्रीराम डिमरी, विपुल डिमरी, विवेक थपलियाल, राजेंद्र सेमवाल, भूपेंद्र रावत, जगमोहन बर्त्वाल, संतोष तिवारी आदि मौजूद रहे।