सीएम डैशबोर्ड से जोड़ें विभाग और परियोजनाओं का डाटाः धामी
मुख्यमंत्री ने सचिवालय में सी.एम. डैशबोर्ड ‘दर्पण 2.0’ की समीक्षा की
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी विभागों को जोड़ने के साथ जारी परियोजनाओं का डाटा सीएम डैशबोर्ड पर अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही 15 दिनों में परियोजनाओं से जुड़े अपडेट पोर्टल में करने को भी कहा। सीएम धामी ने कहा कि वह हर महीने सीएम हेल्पलाइन 1907 के साथ सीएम डैशबोर्ड की समीक्षा करेंगे।
सोमवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में सी.एम. डैशबोर्ड ‘दर्पण 2.0’ की समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि अगले 15 दिन में सभी विभागों को परियोजनाओं का पोर्टल में अपडेट किया जाए। कहा कि प्रत्येक माह की 07 तारीख तक विभागों को पिछले माह का डाटा अपलोड करना होगा।
मुख्यमंत्री ने सचिवों को निर्देशित किया सचिव अपने विभाग की प्रत्येक माह सीएम डैशबार्ड संबंधी बैठक करे। यह सुनिश्चित किया जाए कि जो भी पोर्टल बनाए जा रहे हैं, वे यूजर फ्रैंडली हों। डैशबोर्ड में डाटा का प्रस्तुतीकरण बेहतर तरीके से किया जाए। कहा कि सीएम डैशबोर्ड का मुख्य उद्देश्य जन समस्याओं का समाधान करना है। इसके माध्यम से जन समस्याओं के समाधान के लिए विभागों द्वारा समस्याओं को चिन्हित कर उनका समाधान निकाला जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि गरीबों व युवाओं के कल्याण, अन्नदाताओं और नारी सशक्तीकरण की दिशा में तेजी से कार्य किये जाएं। संबंधित विभागों द्वारा इन क्षेत्रों में किये जा रहे कार्यों का परिणाम धरातल पर दिखे। कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार की फ्लैगशिप स्कीम को डैशबोर्ड में अनिवार्य रूप से दर्शाया जाए। पीएम गतिशक्ति उत्तराखंड पोर्टल में 05 करोड़ से अधिक धनराशि की सभी परियोजनाओं को दर्शाया जाए। सीएम डैशबोर्ड के साथ ही डीएम डैशबोर्ड को भी धरातल पर लाया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयास किए जाएं। रोजगार और स्वरोजगार से जुड़े विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्यशाला का आयोजन करें, जिसमें विषय विशेषज्ञों को भी शामिल किया जाए। कहा कि उच्च शिक्षा के साथ हमें विद्यार्थियों को व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास से जोड़ना होगा। उच्च शिक्षण संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों और तकनीकि शिक्षा में प्लेसमेंट सेल के साथ ही विद्यार्थियों के लिए गाइडेंस और काउंसलिंग की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। ऐसी कारगर व्यवस्था बनाई जाए कि उच्च शिक्षा के दौरान कितने अभ्यर्थियों ने प्लेसमेंट के लिए आवेदन किया और कितनों को नौकरी मिली। युवाओं के स्किल डेवलपमेंट पर विशेष ध्यान दिया जाए।
बैठक में उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण समिति विश्वास डाबर, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु, एल. फैनई, विशेष प्रमुख सचिव अमित सिन्हा, प्रमुख वनसंरक्षक डॉ. धनंजय मोहन, सचिव आर.मीनाक्षी सुदंरम, शैलेश बगोली, नितेश झा, राधिका झा, दिलीप जावलकर, डॉ. बी.वी.आर.सी पुरूषोत्तम आदि मौजूद रहे।