‘सेठजी का चुनाव’ नाटक ने बताया चुनावी राजनीति का सच
शहीद नागेंद्र सकलानी व मोलू भरदारी के शहादत दिवस पर कार्यक्रम आयोजित
ऋषिकेश। शहीद नागेंद्र सकलानी स्मारक समिति और भारतीय जननाट्य संघ (इप्टा) की ओर से टिहरी जनक्रांति के नायक नागेंद्र सकलानी व शहीद मोलू भरदारी के शहादत दिवस पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। इस अवसर पर जनगीतों के साथ ही चुनावी राजनीति पर आधारित नाटक ‘सेठ जी का चुनाव’ और कठपुतली शो का मंचन किया गया।
दूनमार्ग स्थित एक वैडिंग प्वाइंट में आयोजित कार्यक्रम की शुरूआत शहीद नागेंद्र सकलानी और मोलू भरदारी को पुष्पांजलि अर्पित कर हुई। इस अवसर पर मुख्य वक्ता कामरेड समर भंडारी ने कहा कि निरंकुश टिहरी राजशाही द्वारा तिलाड़ी गोलीकांड और श्रीदेव सुमन की हत्या ने नागेंद्र सकलानी को उद्वेलित किया। इस निरंकुश शासन का अंत 11 जनवरी 1948 को नागेंद्र सकलानी और मोलू भरदारी के बलिदान के साथ हुआ। उन्होंने शहीदों की विरासत को आगे बढाने की जरूरत पर बल दिया।
इस दौरान समर भंडारी ने इस बात पर भी आश्चर्य जताया कि जो राजशाही श्रीदेव सुमन और नागेंद्र सकलानी की हत्या की जिम्मेदार है, उसी के वंशज पहले कांग्रेस और अब भाजपा के टिकट पर लोकसभा में टिहरी का प्रतिनिधित्व कर रहे है। उन्होंने टिहरी की जनता से इस परम्परा को बदलने का आह्वान किया।
इसके बाद इप्टा सहारनपुर की सांस्कृतिक टीम ने अन्नाभाऊ साठे द्वारा लिखित और सतनाम सिंह द्वारा निर्देशित चुनावी राजनीति पर आधारित नाटक “सेठ जी का चुनाव“ का मंचन किया। वहीं, बालिका आराध्या लखेड़ा ने “तेरी मिट्टी में मिल जावां“ देशभक्ति गीत पर आकर्षक नृत्य किया।
समापन पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर ख्याति प्राप्त कठपुतली कलाकार रामलाल ने समसामयिक विषय पर आधारित कठपुतली शो प्रस्तुत किया। वहीं, सतीश धौलाखंडी, सुभाष बिष्ट और बीडी पांडेय ने जनगीत गाए। जिसके बाद समिति अध्यक्ष आरएस भंडारी ने सभी आगन्तुकों और कलाकारों का धन्यवाद किया।
कार्यक्रम में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष वीरेंद्र शर्मा, हरिनारायण राजभर, अरुण शर्मा, अशोक थापा, कुशाल सिंह कलुडा, डॉ वीके डोभाल, डॉ. कृष्ण कुमार उप्रेती, चंद्रप्रकाश अग्रवाल, विनोद रतूड़ी, आलोक गौतम, दिगम्बर उनियाल, प्रबोध उनियाल, धर्मानन्द लखेड़ा, चक्रेश कुमार, गिरीश राजभर, मुनिरका यादव, रामकृपाल गौतम, सत्यरजन दास, गोपाल कृष्ण आदि मौजूद रहे।