Silkyara: ऑगर मशीन की अड़चने दूर, ड्रिलिंग फिर से शुरू
• पीएम मोदी ने सीएम धामी से फोन पर ली अपडेट, दिए जरूरी निर्देश
• एनडीएमए की मीडिया को अभियान पूरा होने का अनुमान न लगाने की सलाह
Operation Silkyara : उत्तरकाशी। सिलक्यारा स्थित टनल में फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए कोशिशें लगातार जारी हैं। जल्द ही मजदूरों के बाहर आने की उम्मीदें रेस्क्यू ऑपरेशन पर टिकी हुई हैं। सीएम ने भी मातली में अपना अस्थायी ऑफिस बनाया है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री रिटा. जनरल वीके सिंह भी सिलक्यारा में ही डेरा डाले हुए हैं। ऑेगर मशीन में एक दिन पहले आयी दिक्कत के दूर होने के बाद ड्रिलिंग वर्क फिर से शुरू हो चुका है। एनडीएमए ने मीडिया को अभियान पूरा होने का अनुमान नहीं लगाने की सलाह दी है।
कुछ देर पहले अस्थायी मीडिया सेंटर में प्रेस ब्रीफिंग में अपर सचिव सड़क परिवहन राजमार्ग एवं एमडी एनएचआईडीसीएल महमूद अहमद ने बताया कि ऑगर मशीन से 45 मीटिर के बाद ड्रिलिंग शुरू की गई। अब तक कुल 46.8 मीटर की ड्रिलिंग पूरी हो गई है। इससे आगे मशीन के सामने आए धातु के टुकड़ों को काट कर आगे की ड्रिलिंग शुरू कर दी गई है।
उधर, सिलक्यारा टनल में रेस्क्यू ऑपरेशन की मॉनिटरिंग के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कल भी उत्तरकाशी में ही रात्रि प्रवास किया। उन्होंने मातली में अपना अस्थायी कैम्प ऑफिस बनाया है। बताया जा रहा है कि अब 9 से 12 मीटर की ड्रिलिंग ही शेष है। जल्द ही अभियान के पूरा होने की उम्मीद की जा रही है। सीएम धामी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज फिर फोन पर बातचीत की।
पीएम मोदी ने सीएम से रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में जानकारी लेने के साथ ही उन्हें जरूरी निर्देश दिए। पीएम ने श्रमिकों के टनल से बाहर निकलने पर उनके स्वास्थ्य की जांच, जरूरत पड़ने पर उन्हें अस्पताल भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित करने, सुरंग में फंसे श्रमिकों की स्थिति, उन्हें दी जाने रही खाद्य और दैनिक दिनचर्या की वस्तुओं को लेकर भी जानकारी लेने के साथ निर्देश भी दिए।
पीएम ने मुख्यमंत्री से किसी अन्य सहयोग की ज़रूरत होने पर बताने को भी कहा है। साथ ही श्रमिकों के परिजनों के बारे में भी जानकारी ली। वहीं, बीआरओ के डीडीजी ब्रिगेडियर विशाल वर्मा ने मलबे के भीतर ड्रिल में आ रही दुश्वारियों के बीच बंगलूरू की स्क्वाड्रोन इंफ्रा एंड माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की मदद ली गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अब सुरंग में फंसे मजदूरों को पका हुआ भोजन भी भेजा जा रहा है। आज सुबह उनके लिए दूध, ब्रेड और चने का नाश्ता भी भेजा गया। बताया जा रहा है कि अभियान के पूरा होने के उम्मीद के चलते टनल में फंसे श्रमिकों में उत्साह है। मौके पर सचिव उत्तराखंड शासन डॉ. नीरज खैरवाल, डीजी सूचना वंशीधर तिवारी भी मौजूद हैं।