ऋषिकेशस्वास्थ्य

डॉक्टर की सलाह पर ही लें एंटीबायोटिक दवाएं

एम्स के जनरल मेडिसन विभाग द्वारा जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित

Aiims News : ऋषिकेश। एम्स के जनरल मेडिसिन विभाग की ओर से वर्ल्ड एंटीमिक्रोबियल अवेरनेस वीक के तहत कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसमें मरीजों, तीमारदारों और आमजन को एंटीबायोटिक दवाओं के सही इस्तेमाल की जानकारी दी गई। साथ ही जरुरत के बिना एंटीबायोटिक दवाओं को उपयोग के खतरों से भी आगाह किया गया।

संस्थान के कम्युनिटी आउटरीच सेंटर चंद्रेश्वरनगर में सीएफएम के अंतर्गत संचालित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एंटीबायोटिक्स जागरुकता के लिए पैनल डिस्कसन का आयोजन किया गया। एम्स की वरिष्ठ स्त्रीरोग विशेषज्ञ प्रो. अनुपमा बहादुर, डा. राजलक्ष्मी मूंदड़ा, इन्फेक्सेस डिजिज के फिजिशियन डॉ. प्रसन कुमार पंडा और सोशल आउटरीच सेल के नोडल ऑफिसर डॉ. संतोष कुमार ने दवाओं व एंटीबायोटिक से संबंधित प्रश्नों का जवाब दिया।

एम्स के विशेषज्ञ ने बताया कि किसी भी बीमारी में एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए। मरीज को अपने मन मुताबिक और बिना चिकित्सकीय राय के एंटीबायोटिक नहीं देनी चाहिए। खांसी, जुकाम बुखार में एंटीबायोटिक लेने के सवाल पर बताया गया कि खांसी जुकाम, बुखार, कॉमन कोल्ड वायरल संक्रमण से होता है, जो कि सामान्यतः तीन से चार दिन में ठीक हो जाता है, लिहाजा ऐसी स्थिति में पैरासेटामोल लें, पानी का अधिक प्रयोग करें और पूर्णतः आराम करें। एंटीबायोटिक्स हरगिज नहीं लें।

चिकित्सकों ने बताया कि किसी को भी एलर्जी या फंगल इंफेक्शन से खुजली हो सकती है। एक कारण साफ सफाई पर ध्यान नहीं देना भी है। बाजार में उपलब्ध स्टोरॉयड और एंटीफंगल मिश्रित क्रीम लगाने से यह पूरी तरह से समाप्त नहीं हो पाता। लिहाजा किसी भी क्रीम के इस्तेमाल से पहले चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।

विशेषज्ञ ने बताया कि यदि पीरियड्स लंबे समय तक अनियमित रहते हैं तो थायरॉयड या पीसीओडी की भी समस्या हो सकती है। ऐसी स्थिति में स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना आवश्यक है। इस दौरान पीजी कॉलेज के मेडिकल लैब विभाग में अध्ययनरत विद्यार्थी भी मौजूद रहे।

उधर, अवेरनेस वीक के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रमों की शृंखला में एम्स के कॉलेज ऑफ नर्सिंग की बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्राओं ने ओपीडी एरिया में वेक्सीनेशन जनजागरुकता के लिए नुक्कड़ नाटक मंचित किया। मरीजों व उनके तीमारदारों को टीकाकरण की आवश्यकता व सही प्रभाव को लेकर जानकारी दी।

इस दौरान जनरल मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रो. रविकांत ने लोगों को समय-समय पर वेक्सीनेशन कराने के लिए प्रेरित किया। साथ ही उन्हें एम्स में उपलब्ध वेक्सीनेशन सुविधाओं से अवगत कराया। नर्सिंग फेकल्टी डॉ. राखी मिश्रा समन्वयन में आयोजित जागरुकता कार्यक्रम में डॉ. प्रसन कुमार पंडा, प्रिंसिपल कॉलेज ऑफ नर्सिंग प्रो. स्मृति अरोड़ा, डॉ. राजेश कुमार, डॉ. मनीष शर्मा, डीएनएस वंदना, कल्पना, इंचार्ज यूपीएचसी डॉक्टर सिद्धि कोटियाल व नर्सिंग ट्यूटर्स मौजूद थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button