‘प्रतिबंधों’ को तोड़ने बदरीनाथ जाएंगे ‘किशोर’
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय मीडिया से हुए रूबरू
शिखर हिमालय डेस्क
ऋषिकेश। चारधाम यात्रा पर प्रदेश सरकार के रवैये को लेकर आक्रोश बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने बदरीनाथ जाकर तमाम प्रतिबंधों को तोड़ने का ऐलान किया है। बोले- सरकार ने जल्द कोई फैसला नहीं लिया तो वह एकादशी के दिन बदरीनाथ जाकर सरकार की सदबुद्धि की कामना करेंगे।
रविवार को दूनमार्ग स्थित एक होटल में किशोर उपाध्याय मीडिया से मुखातिब हुए। कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण बंद देश के तमाम टूरिस्ट प्लेस, तीर्थस्थल और स्कूल अब तक खुल चुके हैं। लेकिन उत्तराखंड के चारों धामों की यात्रा पर अभी भी प्रतिबंध लागू है। कहा कि यात्रा से जुड़े लोगों का बीता वर्ष खराब हो गया था। इस वर्ष भी प्रतिबंध के कारण परिवहन, होटल, लॉज, व्यापार आदि पर निर्भर लोग बर्बादी के कगार पर हैं। बताया कि मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें हालात से अवगत कराया था। साथ ही यात्रा से रोक हटाने की मांग की थी। फिर भी सरकार निर्णय लेने से कतरा रही है।
उपाध्याय ने कहा कि चारधाम यात्रा बंद होने से अब तक यहां के लोगों को करीब 15 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। लेकिन सरकार ने उनकी कोई मदद नहीं की है। कहा कि प्रभावित कारोबारियों और लोगों के बिजली-पानी से लेकर अन्य सभी टैक्स और बैंक के ब्याज माफ किए जाने चाहिए। स्टेट बैकर्स के साथ बैठक कर सरकार को लोन वसूली की अवधि को बढ़वाना चाहिए।
किशोर ने दो टूक शब्दों में चेताया कि प्रदेश सरकार ने चारधाम यात्रा से रोक नहीं हटाई तो वह प्रतिबंधों को तोड़ने के लिए एकादशी (17 सिंतबर) के दिन बदरीनाथ जाएंगे। वहां भगवान बदरीनाथ से सरकार को सदबुद्धि देने की कामना करेंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव डॉ. केएस राणा, जयसिंह रावत, जयेन्द्र रमोला, विजयपाल सिंह रावत, मनोज गुसाँई, दिनेश भट्ट, भगवती सेमवाल, दिनेश सकलानी, देव पोखरियाल, अजय रमोला, विनोद सकलानी आदि मौजूद थे।